Covid 19

Thursday, July 2, 2020

चीन से टकराव के बीच रक्षा मंत्रालय ने वायुसेना के लिए 21 मिग 29 और 12 सुखोई 30 एमकेआई विमानों की खरीद को मंजूरी दी


वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन से टकराव के बीच रक्षा मंत्रालय ने वायुसेना के लिए 21 मिग 29 और 12 सुखोई 30 एमकेआई विमानों की खरीद को मंजूरी दी है। तीनों सेनाओं की अतिरिक्त मिसाइलों की खरीद भी की जाएगी। रूस से मिग और सुखोई खरीदने के भारत के फैसले को कम वक्त और कम लागत के कारण मुफीद माना जा रहा है।

बता दें कि मिग 29 बीते 35 सालों से भारत के जंगी बेड़े का भरोसेमंद साथी रहा है। मिग 29 मिराज के साथ कारगिल युद्ध में पाक ठिकानों को ध्वस्त कर पराक्रम दिखा चुका है।

ऊंचाई पर अचूक साबित हुआ

1999 में कारगिल युद्ध में पाक ने 15 हजार फीट की ऊंचाई पर ठिकाने बना लिए थे पर मिग 29 से निशाने से दुश्मनों को खदेड़ने में देर नहीं लगी।

बता दें कि पाकिस्तान सीमा से 100 किलोमीटर और चीन से 250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित आदमपुर बेस स्टेशन पर मिग निगहबानी में पहले से तैनात है।

मिग 29 की विशेषताएं

-मिग 29 तैयार किए जाने से लेकर 40 साल तक सेवाएं देने में सक्षम है।
-आसमान की ओर सीधे 90 डिग्री कोण में टेकऑफ संभव है।

इस खरीद को चीन से भारत के विवाद के नजरिेए से अच्छा माना जा रहा है।
-दुश्मन के विमान को देख 5 मिनट में टेकऑफ की क्षमता है।
-हवा से हवा, हवा से सतह और हवा समुद्री कार्रवाई में सक्षम है।

No comments:

Post a Comment