Covid 19

Thursday, July 16, 2020

दिवाली तक मिलेगी खुशखबरी, विमान सेवाओं को लेकर सरकार ने दी बड़ी जानकारी

नई दिल्ली। कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच विमान सेवाएं बाधिर रही थी। धीरे-धीरे उन्हें शुरू किया गया है, लेकिन नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस बीच राहत की खबर दी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवाएं शुरु की जाएगी। । उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि 18 जुलाई से एक अगस्त के बीच दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू से पेरिस के लिए 28 उड़ानें संचालित करेगा।

वहीं घरेलु विमान सेवाओं को लेकर हरदीप सिंह पुरी ने जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना संकट से पहले जितनी घरेलू उड़ानों का संचालन होता था, जल्द ही उसके 55 से 60 फीसदी तक उड़ाने सेवाएं शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य दिवाली तक देश में 60 फीसदी घरेलू विमान सेवाओं को शुरु करने का है।

वहीं वंदे भारत मिशन के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इस मिशन के तहत अब तक 2 लाख 80 हजार लोगों को विदेशों से वापस लाया गया है। सबसे ज्यादा दुबई और यूएई भारतीय इस मिशन के तहत स्वदेश लौटे हैं, जबकि अमेरिका से अब तक 30 हजार लोग लौट चुके हैं।

उन्होंने अंतराष्ट्रीय विमान सेवाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 18 जुलाई से एयर फ्रांस एयरलाइन दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू के लिए पेरिस के लिए 28 विमानों का संचालन करेगी। 18 जुलाई से 1 अगस्त के बीच फ्रांस के बीच 28 विमानों का संचालन होगा तो वहीं 17 से 31 जुलाई के बीच अमेरिकी एयरलाइंस अमेरिका से भारत के लिए उड़ान भरेंगी। उन्होंने कहा कि फ्रांस और अमेरिका के अलावा जर्मनी से भी बातचीत चल रही है, जल्द ही भारत और जर्मनी के बीच विमान सेवाएं शुरू की जाएंगी। आपको बता दें कि कोरोना संकट के कारण 23 मार्च से विमान सेवाओं को प्रतिबंधित किया गया था। 25 मई से चुनिंदा घरेलू उड़ानें शुरू की गई है।

ईरान ने कहा, चाबहार रेल प्रोजेक्ट से भारत को बाहर करने की कहानी झूठी, ये है सच...

तेहरान. ईरान (Iran) ने एक भारतीय समाचार पत्र की इस रिपोर्ट का खंडन किया है कि चाबहार-ज़ाहेदान रेलवे परियोजना (Chabahar-Zahedan railway project) से भारत को बाहर कर दिया गया है. ईरान के बंदरगाह और समुद्री संगठन के उप प्रभारी फरहाद मुंतसिर (Farhad Muntsir) ने अल जजीरा से बातचीत में कहा कि भारत को चाबहार-ज़ाहेदान रेलवे प्रोजेक्ट से बाहर किए जाने के दावे की भारतीय समाचारपत्र की कहानी पूरी तरह से झूठी थी क्योंकि ईरान ने चाबहार-ज़ाहेदान रेलवे के संबंध में भारत के साथ कोई समझौता नहीं किया है.

ईरान समाचार एजेंसी में छपी यह खबर

इस विषय पर ईरान समाचार एजेंसी ने फरहाद मुंतसिर को उद्धृत करते हुए लिखा कि ईरान ने सिर्फ चाबहार में निवेश के लिए भारत के साथ दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं.
पहला समझौता बंदरगाह की मशीनरी और उपकरणों से संबंधित है और दूसरा भारत के 150 मिलियन डॉलर के निवेश से संबंधित है.

अमेरिकी प्रतिबंधों को ईरान-भारत सहयोग से कोई लेना देना नहींफरहाद मुंतसिर ने कहा कि अमेरिका की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों का चाबहार में ईरान-भारत के सहयोग से कोई लेना-देना नहीं है. 2018 में अमेरिका ईरान स्वतंत्रता और काउंटर-प्रसार अधिनियम (Iran Freedom and Counter-Proliferation Act , 2012 ) के तहत चाबहार बंदरगाह परियोजनाओं में छूट देने के लिए सहमत हो गया था.
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने पोर्ट को ईरान के आर्थिक भविष्य की संरचना के लिए एक अहम हिस्सा बताया था. सूत्रों के अनुसार भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की रेलवे कंपनी इरकॉन इंटरनेशनल ने लगभग 1.6 बिलियन डॉलर की परियोजना के लिए सभी प्रकार की सेवाएं प्रदान करने का फैसला लिया है. यह कंपनी इस परियोजना में लगभग 1.6 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी.

अगले 3.5 सालों में भारतीय रेलवे में होगा 100 फीसदी विद्युतीकरण: पीयूष गोयल

उद्योग संगठन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड' को बढ़ावा दिया है। भारत वैश्विक नवीकरणीय समुदाय में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। हम अंतरराष्ट्रीय सौर ग्रिड पर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत हम किसानों को भी अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में ला रहे हैं।'
सीआईआई का कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित हुआ। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि अगले 3.5 सालों में भारतीय रेलवे में 100 फीसदी विद्युतीकरण हो जाएगा। साथ ही रेलवे आगामी 9 से 10 सालों में 100 फीसदी नेट जीरो ऑपरेटर कर देगी।
पीएम मोदी ने देश को समर्पित की सौर परियोजना
मालूम हो कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के रीवा स्थित एशिया के सबसे बड़े सौर प्लांट का उद्घाटन किया था। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसकी शुरुआत की थी। मध्यप्रदेश के रीवा में 750 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना शुरू हो गई है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा था कि रीवा ने वाकई इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा आज की ही नहीं, बल्कि 21वीं सदी की ऊर्जा जरूरतों का एक बड़ा माध्यम होने वाला है। क्योंकि सौर ऊर्जा, श्योर है, प्योर है और सिक्योर है।

तब पीएम ने कहा था कि आत्मनिर्भरता सही मायने में तभी संभव है जब हमारे भीतर आत्मविश्वास हो। आत्मविश्वास तभी आता है, जब पूरा देश, पूरा सिस्टम, हम सभी मिलकर आत्मनिर्भरता की ओर चल पड़े। कोरोना से पैदा हुई स्थिति के बीच भारत यही काम कर रहा है। सरकार यही आत्मविश्वास जुटा रही है।

तेजी से चल रहा काम - नरेंद्र मोदी
सोलर पावर की ताकत को हम तब तक पूरी तरह से उपयोग नहीं कर पाएंगे, जब तक हमारे पास देश में ही बेहतर सोलर पैनल, बेहतर बैटरी, उत्तम क्वालिटी की स्टोरेज कैपेसिटी का निर्माण ना हो। अब इसी दिशा में तेजी से काम चल रहा है।

पीएम मोदी 21-22 जुलाई को कोरोना पर अमेरिका और भारत के लाखों दर्शकों से होंगे रू-ब-रू

नई दिल्ली, पीटीआइ। यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल ने गुरुवार को कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जुलाई को इंडिया आइडियाज समिट में सीओवीआईडी को लेकर दुनिया में प्रमुख भागीदार और नेता के रूप में अमेरिका और भारत के वैश्विक दर्शकों को संबोधित करेंगे। शीर्ष वकालत समूह यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (USIBC) द्वारा आयोजित दो दिवसीय आभासी शिखर सम्मेलन 21-22 जुलाई को होगा। बताया गया कि शिखर सम्मेलन भारत सरकार और अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को एक साथ लाएगा जो महामारी से निपटने का एजेंडा तय कर रहे हैं।

इस साल की लाइन-अप में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ, विदेश मामलों के मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य और उद्योग मंत्री और रेलवे पीयूष गोयल, उप सचिव, अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग (HHS) एरिक हैरगन, वर्जीनिया के अमेरिकी सीनेटर मार्क वार्नर, कैलिफोर्निया के अमेरिकी प्रतिनिधि अमी बेरा, राजदूत केनेथ जस्टर और कई अन्य शामिल हैं।

USIBC ने कहा, 'यूएसआईबीसी अमेरिका-भारत की साझेदारी को बढ़ाने के लिए 45 वर्षों के काम का जश्न मना रहा है। भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी अमेरिका और भारत पर वैश्विक दर्शकों को COVID के मुद्दे पर दुनिया के प्रमुख सहयोगियों और नेताओं के रूप में संबोधित करेंगे। उनका संबोधन 22 जुलाई को 11:00 AM EST/8:30 PM के लिए निर्धारित है।

जिम टाइसलेट, सीईओ, लॉकहीड मार्टिन कॉर्पोरेशन और एन चंद्रशेखरन, टाटा संस के अध्यक्ष ने कहा, शिखर सम्मेलन में शीर्ष अमेरिकी और भारतीय कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे। यूएसआईबीसी ग्लोबल बोर्ड के चेयरमैन और नुवीन के कार्यकारी अध्यक्ष विजय आडवाणी ने कहा, 'यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल की 45 वीं वर्षगांठ के दौरान प्रधानमंत्री के शामिल होने पर हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं।'

उन्होंने आगे कहा कि इस साल का फोकस एक बेहतर भविष्य को बनाना है। जैसा कि प्रधान मंत्री मोदी सीओवीआईडी -19 के स्वास्थ्य प्रभाव और संबंधित वैश्विक आर्थिक परेशानी की दोहरी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। ऐसे में उन्होंने आर्थिक नवीनीकरण और समावेशी अवसर के युग की शुरुआत करने में यूएस-इंडिया पार्टनरशिप के महत्व को स्पष्ट किया है।

यूएसआईबीसी की अध्यक्ष निशा बिस्वाल ने कहा, 'प्रधान मंत्री मोदी ने क्रमिक अमेरिकी प्रशासन के साथ जुड़ाव के माध्यम से अमेरिका-भारत संबंध को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। वह वैश्विक मंच पर एक निश्चित तौर पर पक्के नेता रहे हैं और उन्होंने भविष्य के लिए एक ऐसा दृष्टिकोण बनाया है जो न केवल भारत के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि व्यापार, समावेशी आर्थिक विकास, डिजिटल वाणिज्य और जलवायु नीति जैसे मुद्दों पर वैश्विक दृष्टिकोण को प्रभावित करेगा।'

Wednesday, July 15, 2020

कोरोना वैक्सीन पर आज मिल सकती है अच्छी खबर, ट्रायल के नतीजों को लेकर हो सकती है सकारात्मक घोषणा


लंदन, रायटर। कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के बीच गुरुवार को अच्छी खबर मिलने की उम्मीद है। ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना की संभावित वैक्सीन के प्रारंभिक ट्रायल के नतीजों को लेकर सकारात्मक घोषणा हो सकती है। सूत्रों के हवाले से आइटीवी के राजनीतिक संपादक रॉबर्ट पेस्टोन ने यह जानकारी दी है।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के विज्ञानियों द्वारा विकसित इस वैक्सीन के तीसरे चरण में व्यापक पैमान पर मानव ट्रायल किया जा रहा है। यह आकलन किया जा रहा है कि क्या यह वैक्सीन कोरोना से रक्षा कर सकती है या नहीं। हालांकि, अभी इसके पहले चरण के ट्रायल के नतीजे भी नहीं मिले हैं। पहले चरण में वैक्सीन की सुरक्षा और उसके प्रतिरोधक क्षमता का आकलन किया गया है।

इसके नतीजे इस महीने के आखिर तक प्रकाशित किए जाने की उम्मीद है।

वैक्सीन को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने भी सबको चौंकाया

वहीं, दूसरी ओर कोरोना वैक्सीन को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को ट्वीट कर दुनियाभर के लोगों को चौका दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा 'वैक्सीन को लेकर एक अच्छी खबर है।' ट्रंप के इस ट्वीट के बाद दुनियाभर के लोग अमेरिका में कोरोना की सफल वैक्सीन बनाए जाने को लेकर आशंकित हैं। ट्रंप के इस ट्वीट पर यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि मॉडर्ना इंक (Moderna Inc) की कामयाबी पर उनका यह रिएक्शन आया है।

गौरतलब है कि विश्वभर में कोरोना महामारी के बीच सारे देश कोरोना की वैक्सीन पर रिसर्च कर रहे हैं। हांलाकि अभी आधिकारिक तौर पर किसी ने भी कोरोना वैक्सीन की घोषणा नहीं की है। विश्व के अधिकतर देशों में अभी कोरोना वैक्सीन पर पर परीक्षण किए जा रहे हैं। वहीं, अब ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सटी कोरोना के अपने प्रांरभिक ट्रायल को लेकर सकारात्कमक घोषणा करने वाली है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी पिछले कई महीनों से वैक्सीन पर काम कर रही है।

मोदी सरकार का बड़ा फैसला, 10 साल से कम सेवा पर भी सैनिकों को दिव्यांगता पेंशन

नई दिल्ली, प्रेट्र। रक्षा मंत्रालय ने 10 साल से कम सेवा देने वाले सैनिकों के लिए बुधवार को दिव्यांगता पेंशन की अनुमति दे दी है। अभी तक यह पेंशन सशस्त्र बलों के सिर्फ उन जवानों को दी जाती थी, जिन्होंने 10 साल से अधिक की सेवा दी है और उन कारणों से दिव्यांग हुए हैं जो सैन्य सेवा से संबद्ध नहीं हैं।

दरअसल, अभी तक दिव्यांग होने के समय यदि किसी सैनिक की सेवा 10 साल से कम की होती थी, तो उसे सिर्फ दिव्यांगता ग्रेच्युटी का ही भुगतान किया जाता था। मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि सशस्त्र बलों का कोई भी कर्मी, जिसकी सेवा 10 साल से कम है और काम करने में असमर्थ होने के कारण उसे स्थायी रूप से हटा दिया गया है, वह भी इस फैसले से लाभान्वित होगा।

इस आशय के प्रस्ताव को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंजूरी प्रदान दे दी है। नया नियम चार जनवरी 2019 से प्रभावी होगा।

मोदी सरकार सैनिकों और उनके परिवार के सदस्‍यों के लिए कई कदम उठा रही है। हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को हेल्थ केयर देने के लिए बनी स्कीम एक्स सर्विसमैन काट्रिब्यूट्री हेल्थ स्कीम (ईसीएचएस) के तहत पूर्व सैनिकों के 25 साल और उससे अधिक आयु के अविवाहित और दिव्यांग बेटों को लाभार्थी बनाने का फैसला लिया। इस योजना के तहत परिवार के एक कोरोना पीडि़त मरीज को ऑक्सीजन देने का खर्च उठाने का भी एलान किया गया है।

सोनिया गांधी का एक साल का कार्यकाल को 10 अगस्त को खत्म हो रहा है


कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी का एक साल का कार्यकाल को 10 अगस्त को खत्म हो रहा है. इसे बढ़ाने के लिए जल्द ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक करनी होगी. पार्टी को अपना निर्णय चुनाव आयोग को 10 अगस्त तक सूचित करना होगा.

हाल ही में कांग्रेस ने चुनाव आयोग को बताया था कि महामारी को रोकने के लिए 25 मार्च से लागू कोरोनो वायरस लॉकडाउन के कारण नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी है. मालूम हो कि पिछले साल ही सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष चुना गया था.

वहीं इस मामले में चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि अगर 10 अगस्त तक कांग्रेस पार्टी द्वारा अध्यक्ष नहीं चुने जाने पर आयोग इस मामले में दखल दे सकता है.

मालूम हो कि पिछले साल राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की बात कही थी, जिसके बाद पार्टी के कई नेताओं ने उन्हें मनाने और अध्यक्ष पद पर बने रहने की बात कही, लेकिन जब राहुल गांधी नहीं माने तो पार्टी ने सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष चुना.

हालांकि हाल ही में एक बार फिर कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी को एक बार फिर से अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं.

भाजपा के सीनियर नेता गुल्लू मल्होत्रा व अश्विनी विज ने पार्टी की मेंबरशिप से इस्तीफा दे दिया

संवाद सूत्र, धारीवाल : भाजपा को उस समय करारा झटका लगा, जब भाजपा के सीनियर नेता गुल्लू मल्होत्रा व अश्विनी विज ने पार्टी की मेंबरशिप से इस्तीफा दे दिया। गौरतलब है कि गुल्लू मल्होत्रा भाजपा में कई अहम पदों पर रहे है और वह एक सक्रिय नेता होने के चलते वह पार्टी के लिए कई बार जेल भी जा चुके है। जबकि अश्विनी विज्जी भाजपा के सीनियर नेता व नगर कौंसिल धारीवाल के कई बार प्रधान भी रह चुके स्व. लाला बनारसी दास विज्ज के सुपुत्र है। भाजपा मंडल के वर्तमान प्रधान नवनीत विज्ज के बड़े भाई है। दोनों भाजपा सीनियर नेताओं द्वारा पार्टी की मैंबरशिप से इस्तीफा देना शहर में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। जब उनसे बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कुछ निजी कारणों के चलते उन्होंने पार्टी की मैंबरशिप से इस्तीफा दे दिया है।

वह दो वर्ष में ही चिट्टे पर 30 लाख रुपये से अधिक बर्बाद कर चुका है


सरकार पंजाब में नशे की सप्लाई चेन तोड़ने के दावे कर रही है, जबकि चिट्टे का नशा किस कदर नौजवानों को बर्बाद कर रहा है इसका उदाहरण लुधियाना के एक नौजवान से मिलता है। वह दो वर्ष में ही चिट्टे पर 30 लाख रुपये से अधिक बर्बाद कर चुका है। नौजवान ने चिट्टे की लत में फंसकर न केवल अपनी नौकरी गवाई, बल्कि पत्नी भी साथ छोड़कर अपने मायके चली गई। चार वर्ष की बेटी से भी वह आज दूर हो चुका है। इतना ही नहीं कनाडा जाने के लिए जमा किए लाखों रुपये भी युवक ने उड़ा दिए। अब युवक को बचाने के लिए परिजनों ने उसे संगरूर के नशामुक्त केंद्र में भर्ती करवाया है।

नशामुक्ति केंद्र में इलाज करवा रहे लुधियाना के तीस वर्षीय युवक ने बताया कि उसने 2012 में बीटेक (मैकेनिकल) किया था, जिसके बाद वह निजी कंपनी में नौकरी करने लगा।

2013 में एक अस्पताल में काउंसलर के तौर पर काम करती लड़की से उसे प्यार हो गया। परिवार ने उन दोनों का विवाह करवा दिया। उसके घर बेटी हुई। पांच वर्ष तक सब कुछ ठीक रहा। उसके बाद वह बुरी संगत मे फंस गया, जहां साथियों के साथ वह स्मैक का नशा करने लगा। वह अपनी पत्नी व बच्ची के साथ कनाडा कनाडा जाना चाहता था। इसके लिए फाइल भी लगा दी थी। पत्नी के खाते में मौजूद पैसे व अपने कनाडा जाने के लिए जमा किए लाखों रुपये उसने चिट्टे के नशे में उड़ा दिए। खुद को पुलिस मुलाजिम बोल 10 दिन तक मुफ्त में लेता रहा नशा

युवक ने बताया कि लुधियाना की एक कॉलोनी में सरेआम नशा बिकता है। उस कॉलोनी से वह दस दिन तक खुद को पुलिस मुलाजिम कहकर मुफ्त में स्मैक लेता रहा। इसके बाद वह रोजाना पांच हजार रुपये का नशा (चिट्टा) खरीदने लगा। नशे में वह इस कदर डूब गया कि परिवार की खुशियां खत्म हो गई और रिश्ते टूट गए। कुछ ही दिनों में नशामुक्त हो जाएगा युवक : मोहन शर्मा

नशामुक्ति केंद्र के प्रोजेक्ट डायरेक्टर मोहन शर्मा ने बताया कि अभी युवक का इलाज चल रहा है। कुछ दिन और इलाज चलेगा तो वह नशामुक्त हो जाएगा। वह मजबूत इरादे से नशे से निजात पाने के लिए प्रयास कर रहा है। युवक की पत्नी व उसके परिवार से तालमेल कर रहे हैं, ताकि बिखरे हुए परिवार को एक किया जा सके।


नपुंसक कहने पर उन्होंने गुस्से में आकर आदित्य की मर्डर कर दी


ग्रेटर नोएडा की गौड अतुल्यम सोसाइटी में रहने वाले कारोबारी आदित्य सोनी की मर्डर के के मुद्दे में आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि नपुंसक कहने पर उन्होंने गुस्से में आकर आदित्य की मर्डर कर दी थी व मृत शरीर को ठिकाने लगाने के लिए नहर में फेंक दिया था.

डीसीपी ग्रेटर नोएडा राजेश सिंह ने बताया कि कारोबारी आदित्य की मर्डर के आरोपी पंकज व देव को मंगलवार को न्यायालय में पेश कर कारागार भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि आदित्य ने मजाक में आरोपी देव को नपुंसक कह दिया था, जिसके बाद उनमें झगड़ा हुई व उन्होंने आदित्य की डंडे से पिटाई कर दी, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए.

इसके बाद आरोपियों ने पुलिस द्वारा पकड़े जाने के भय से आदित्य की गला दबाकर मर्डर कर दी थी व मृत शरीर को दनकौर के पास नहर में फेंक दिया था. उसके बाद आदित्य के घर पहुंचकर दुख प्रकट करते थे.

आरोपियों ने घटना के बाद उसकी कार को सूरजपुर पुलिस चौकी के पास ले जाकर खड़ा कर दिया था. आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए पूरी योजना तैयार की थी, लेकिन वह पुलिस के चंगुल से बच नहीं सके.

गौरतलब है कि बीते दिनों ग्रेटर नोएडा से गायब हुए फैक्ट्री मालिक की मर्डर का मुद्दा सामने आया था. पुलिस का दावा है कि फैक्ट्री मालिक की मर्डर उसके ही तीन दोस्तों ने की थी. पुलिस ने घटना में शामिल दो सगे भाइयों को हिरासत में लिया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से मृतक फैक्ट्री मालिक का मोबाइल फोन, सोने की चेन आदि सामान बरामद किया है.

फैक्ट्री मालिक आदित्य सोनी 5 जुलाई को दिल्ली जाने के लिए घर से निकले थे, लेकिन उसके बाद वापस नहीं लौटे. इस विषय में आदित्य की मां ने कासना कोतवाली में आदित्य की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. पुलिस ने मामनले की जांच-पड़ताल प्रारम्भ की तो पता चला कि आदित्य को उसके दोस्तों के साथ देखा गया था. पुलिस ने जब संदेह के आधार पर आदित्य के दो दोस्त देव व पंकज को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपियों ने हकीकत उगल दिया. आरोपी देव व पंकज दोनों सगे भाई हैं व दोनों उसी सोसाइटी में रहते हैं, जिसमें आदित्य रहता था, जिसके चलते इनके बीच दोस्ती हुई थी.

50 हजार के इनामी शशिकांत की पत्नी की एक और ऑडियो क्लिप कानपुर के बिकारू गांव में हुई गोलीबारी में मौजूद है।


कानपुर: पिछले कुछ दिनों से कई मामले सामने आ रहे हैं। हर दिन अलग-अलग तरह की खबरें सामने आ रही हैं। इस बीच, उत्तर प्रदेश से भी एक मामला सामने आया है। 50 हजार के इनामी शशिकांत की पत्नी की एक और ऑडियो क्लिप कानपुर के बिकारू गांव में हुई गोलीबारी में मौजूद है। इस ऑडियो क्लिप में शशिकांत की पत्नी मनु अपने भाई से बात कर रही है।

पूरी ऑडियो क्लिप में, मनु पुलिस जांच से बचने के लिए बार-बार मोबाइल ठिकाने लगाने की बात कर रहा है। आरोपी के ऑडियो क्लिप में आरोपी शशिकांत की पत्नी मनु अपने भाई से कहती है कि सभी को यह नंबर डिलीट कर देना चाहिए। मनु पुलिस को गुमराह करने की बात कर रहा है। मनु अपने भाई को आगे बताता है कि कल्लू को गिरफ्तार कर लिया गया है, उसने सिम तोड़ने की कोशिश की, लेकिन मोबाइल नहीं खुल सका।

आप लोग इस नंबर को डिलीट कर दें। वह बार-बार नंबर डिलीट करने की बात कह रही थी।

शशिकांत की पत्नी मनु अपने भाई से कहती है कि अगर पुलिसकर्मी पूछताछ करें तो एक बार खांसी दें। यह नंबर जिसके पास भी है उसे डिलीट कर दें। मोबाइल नहीं खोल सकता। मैं अपना मोबाइल दफनाने जा रहा हूं। मेरे सभी नंबरों को हटा दें। हमने सिम तोड़कर चबाया है। इतना ही नहीं, मनु के भाई को यह कहते हुए भी सुना जाता है कि वह सब कुछ जानता है, कौन छिपा रहा है। इससे पहले शशिकांत की पत्नी का एक ऑडियो सामने आया था, जिसमें शशिकांत की पत्नी मनु साफ कह रही थीं कि विकास भैया ने पुलिसवालों की हत्या कर दी है, लाश दरवाजे-आंगन में पड़ी थी। अब पुलिस इसकी जांच में जुटी है।

विकास दुबे की मौत के बाद उसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं


विकास दुबे की मौत के बाद उसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। बुधवार को विकास दुबे का एक और सामने आया है। इसमें वह किसी शादी में गया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह किसकी शादी का वीडियो है लेकिन दुल्हन विकास दुबे को मामा कह रही है। ऐसे में अंदाज लगाया जा रहा है कि यह किसी विकास के खास रिश्तेदार की शादी का ही वीडियो होगा।

हालांकि कुछ लोग इस वीडियाे को प्रभात की शादी से जोड़कर देख रहे हैं। प्रभात विकास दुबे का सबसे खास गुर्गा था और उसकी शादी 29 जून को ही हुई थी। बताया जा रहा था कि विकास ने ही यह शादी करवाई थी। लेकिन उस समय यह बात सामने आई की लड़की वाले इस शादी से खुश नहीं है, विकास ने जबरदस्ती शादी करवाई है।

लेकिन आज जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें दुल्हन काफी खुश दिख रही है इसलिए पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह प्रभात दुबे की शादी का वीडियो नहीं है।

एक के बाद एक कई ऑडियो भी हुई वायरल

विकास दुबे के ममरे भाई शशिकांत पांडेय की पत्नी मनु उर्फ पिंकी की तीन कॉल रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। साक्ष्य छिपाने और आरोपितों का सहयोग देने में उसकी भूमिका पर पूछताछ शुरू कर दी है। बिकरू कांड के अगले ही दिन पुलिस ने विकास के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय को एनकाउंटर में मार गिराया था। उसके बेटे शशिकांत पांडेय को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। जांच के दौरान उसकी पत्नी पिंकी के मोबाइल से कई अहम साक्ष्य मिले हैं। कॉल रिकॉर्डिंग से साफ हुआ है कि वारदात के बाद उसने पति की मदद की और साक्ष्य छिपाने में सहयोग किया। झूठ बोलकर लगातार पुलिस को गुमराह करती रही। इसके चलते चौबेपुर पुलिस ने मनु को हिरासत में लिया है। एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की है।

मनु के घर में हुई थी सीओ की हत्या
पुलिस का कहना है कि बिकरू में हमला होने पर सीओ देवेंद्र पाण्डेय बाउंड्री फांदकर शशिकांत के घर में कूद गए थे। वहां मौजूद मनु और उसकी सास के शोर मचाने पर ही विकास के गुर्गों ने अंदर जाकर सीओ की निर्मम हत्या कर दी थी।

1.3 लाख करोड़ घटेगी भारतीय विमानन कंपनियों की कमाई, तीन साल तक रहेगा कोरोना का असर

भारतीय विमानन कंपनियों को तीन वित्तवर्षों में 1.1-1.30 लाख करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने बुधवार को बताया कि कोराना से दुनियाभर में वीजा और यात्रा पर प्रतिबंध लगा है। घरेलू विमानन उद्योग पर इसका असर तीन साल तक रहेगा।
क्रिसिल ने बताया कि फिलहाल इन कंपनियों का राजस्व कोविड-19 के पूर्व की अवस्था में आने की उम्मीद नहीं है। 2020 से 2022 तक इन कंपनियों को 1.30 लाख करोड़ के राजस्व का नुकसान हो सकता है। अगर क्रूड के दाम 2021 में 38-42 डॉलर प्रति बैरल तक सीमित रहते हैं, तो विमानन कंपनियों को थोड़ी राहत मिल सकती है।
विमान परिचालन के खर्च में 30-45% हिस्सेदारी ईंधन की होती है।
फिलहाल जो माहौल है, उससे चालू वित्तवर्ष में घरेलू विमान यात्रियों की संख्या में 40-45% और विदेशी यात्रियों में 60-65 फीसदी गिरावट का अनुमान है। कर्मचारियों को जबरन छुट्टी पर भेजेगी एयर इंडिया

भारी कर्ज और घाटे से गुजर रही एयर इंडिया की हालत कोरोना संकट में और खराब हो गई है। कंपनी सूत्रों के मुताबिक, कई कर्मचारियों को जबरन छुट्टी पर भेजा जा रहा है। इस दौरान उन्हें वेतन नहीं दिया जाएगा। लागत घटाने को कंपनी ऐसे कर्मचारियों की सूची तैयार कर रही है। इन्हें छह महीने से दो साल तक भेजा जा सकता है, जो बाद में 5 साल तक हो सकता है। सूची तैयार करने के लिए मुख्यालय और क्षेत्रीय कार्यालयों में हर कर्मचारी का मूल्यांकन किया जाएगा।

Tuesday, July 14, 2020

उत्तर प्रदेश के कानपुर में बिकरू गांव के नरसंहार में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई बड़े खुलासे हुए हैं


कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में बिकरू गांव के नरसंहार में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई बड़े खुलासे हुए हैं. इसमें पता चला है कि दुर्दांत अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों ने सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मियों को बड़ी बेदर्दी से मारा था.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि CO देवेंद्र मिश्रा समेत सभी पुलिसकर्मियों की हत्या करने के लिए धारधार हथियारों का भी इस्तेमाल किया गया. पुलिसकर्मियों को सिर्फ मारना ही नहीं बल्कि बदला लेने का मकसद दिखाई पड़ता है.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक CO देवेंद्र मिश्रा को 4 गोली मारी गईं जिसमें से तीन उनके शरीर से आर-पार हो गई. 1 गोली उनके सिर में, एक छाती में और 2 पेट में लगी थी.

इसके अलावा विकास दुबे और उसके साथियों ने सीओ देवेंद्र मिश्रा को गोलियां मारने के बाद उनके पैर को भी काट दिया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक सभी गोलियां प्वाइंट ब्लैंक रेंज से मारी गईं.

इसके अलावा 3 पुलिसकर्मियों के सिर पर और 1 के चेहरे पर गोली मारी गई. सभी 8 पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ये साफ होता है कि बेहद बेरहमी से सभी की हत्या की गई.

कानपुर एनकाउंटर में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक सिपाही सुल्तान को दो गोलियां मारी गईं. अन्य पुलिसकर्मियों को आठ से दस गोलियां मारी गईं जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई.

पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टर शरीर पर गोलियों के निशान देखकर दंग रह गए. पुलिसकर्मियों के सिर, चेहरे, हाथ, पैर, सीने और पेट में गोलियां लगीं. वहीं सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र के चेहरे पर एक गोली लगने से वाइटल ऑर्गन बाहर आ गया और उन्होंने तुरंत दम तोड़ दिया.

डॉक्टरों के अनुसार यही हाल अन्य पुलिसकर्मियों का भी हुआ होगा. ज्यादातर गोलियां शरीर के शरीर के पार हो गईं. तीन पुलिसकर्मियों के शरीर में गोलियों के टुकड़े मिले जो हड्डियों से टकराने से कई टुकड़ों में बंट गए.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर पुलिस हत्याकांड में विकास दुबे और उसके साथियो ने रायफल से गोलियां चलाईं. पोस्टमार्टम के दौरान मिले गोलियों के टुकड़ों को परीक्षण के लिए भेजा जाएगा.

सचिन पायलट को राजस्थान के डिप्टी CM और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है


राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच पार्टी ने बड़ा फैसला लेते हुए सचिन पायलट को राजस्थान के डिप्टी CM और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. इस बीच खबर आ रही है कि बीजेपी ने सचिन पायलट को अपनी पार्टी ज्वाइन करने का न्योता दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी नेता नेता ओम माथुर का कहना है कि अगर सचिन पायलट बीजेपी में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है.

वहीं बीजेपी नेता उमा भारती ने कहा है-

सारा संकट राहुल गांधी और उनके खानदान के कारण है, क्योंकि वो इतना अपमान करते हैं नौजवानों का उनको इतना नीचा दिखाते हैं उनसे इतनी ईर्ष्या रखते हैं .जब तक राहुल गांधी खानदान के लोग कांग्रेस में रहेंगे कांग्रेस पाताल में चली जाएगी.

राजस्थान में हालिया सियासी उठापटक तब तेज हुई जब राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) ने राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों के संबंध में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया था.

गहलोत और पायलट के बीच लंबे समय से 'टकराव'

राजस्थान में दिसंबर 2018 में कांग्रेस के सत्ता में आने से पहले ही गहलोत और पायलट के बीच तकरार शुरू हो गई थी. विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार चयन के दौरान विवाद सामने आया था, इसके बाद यह तब बढ़ गया जब पार्टी हाई कमान ने अनुभवी गहलोत को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना.

साल 2013 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के बेहद खराब प्रदर्शन के बाद सचिन पायलट को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका दी गई थी. इसके बाद उन्होंने और उनके समर्थक कार्यकर्ताओं/नेताओं ने कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए जो संघर्ष किया था, जाहिर तौर पर उसी के हिसाब से उन्होंने पार्टी/सरकार में भागीदारी की उम्मीद की होगी. पायलट ने अपने एक भाषण में इसके संकेत भी दिए थे.

जानी-मानी पंजाबी गायिका अनमोल गगन मान ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है

  • भगवंत मान, चीमा और जरनैल सिंह ने किया उनका स्वागत
  • 2022 चुनाव में नौजवानों को मौका देगी आम आदमी पार्टी

विस्तार

जानी-मानी पंजाबी गायिका अनमोल गगन मान ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। फतेहगढ़ साहिब से अकाली दल (बादल) के प्रमुख नेता अमरिंदर सिंह लिबड़ा व भोआ विधानसभा हलके से संबंधित रेव्ल्यूशनरी मार्कसिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (आरएमपीआई) के प्रदेश कोषाध्यक्ष लाल चंद कटरूचक्क भी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए।
चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान, पंजाब मामलों के प्रभारी जरनैल सिंह और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने इन तीनों को पार्टी में शामिल कराया।

इस मौके पर विधायक मीत हेयर, संगठन इंचार्ज व कोर समिति सदस्य गैरी वडिंग और सियासी समीक्षा समिति के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट भी उपस्थित थे।
पत्रकारों से बातचीत में भगवंत मान ने कहा कि इन मशहूर हस्तियों के शामिल होने से जहां आम आदमी पार्टी ओर मजबूत होगी, वहीं पंजाब के हितों के लिए कैप्टन-बादलों के 'माफिया राज' का हौसला पस्त होगा। मान ने कहा कि पंजाब को फिर से खुशहाल बनाने की सोच रखने वाली अलग-अलग क्षेत्रों से संबंधित कई नामवर हस्तियां आने वाले दिनों में आम आदमी पार्टी का हिस्सा बन रही हैं।

आम आदमी पार्टी से बेहतर विकल्प देश में नहीं मिस वर्ल्ड पंजाब मुकाबले में मिस मोहाली पंजाबी महिला का खिताब और लंदन में हुए वर्ल्ड फोक डांस मुकाबला जीतने वाली गगनदीप कौर मान ने गायकी के क्षेत्र में अनमोल गगन मान के तौर पर प्रसिद्धि हासिल की है। 'असली इंसान किवें बणीए' किताब की रचियता अनमोल गगन मान ने कहा कि समाज और निजाम में आई गिरावट को रके जजबे से बिना किसी लालच राजनीति में आने का मन बनाया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी से बेहतर कोई विकल्प इस समय न पंजाब और न ही देश में है।

शिअद के परिवारवाद ने निराश किया
अमरिंदर सिंह लिबड़ा ने कहा कि वह जहां एक तरफ परिवारवाद पर केंद्रित अकाली दल (बादल) से निराश चल रहे थे, वहीं आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार और संसद में भगवंत मान की कार्यप्रणाली को बड़ी उम्मीद के तौर पर देखते हैं।

पंजाब का खोया सम्मान बहाल करने की क्षमता
लाल चंद कटरूचक्क ने कहा कि इस समय आम आदमी पार्टी ही एकमात्र विकल्प है और देश व पंजाब का हर पक्ष से खोया मान सम्मान बहाल करने की सोच और क्षमता रखती है। लाल चंद कटरूचक्क 2019 की लोकसभा चुनाव के लिए गुरदासपुर से डेमोक्रेटिक गठजोड़ के उम्मीदवार रहे और अपने गांव के 25 सालों से सरपंच चले आ रहे हैं।

2022 में नौजवानों को मौका देगी आप: भगवंत मान आप के प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान ने कहा है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी नौजवानों को मौका देगी। मान सोमवार को चंडीगढ़ में मीडिया से रूबरू थे। उन्होंने कहा कि उम्र के हिसाब से सबसे छोटी पार्टी होने के बावजूद आम आदमी पार्टी आज देश की सबसे बड़ी उम्मीद बन चुकी है।

मान ने कहा,'' बिना शक बीते समय में आम आदमी पार्टी से भी गलतियां हुई होंगी, क्योंकि गलतियां भी काम करने वालों से ही होती हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी ने अपने तजुर्बें और गलतियों से काफी सबक सीखे हैं।''

मान ने कहा कि दूसरी रिवायती पार्टी अपने स्वार्थों और सत्ता प्राप्ति के लिए नौजवान को इस्तेमाल करती रही हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी ने नौजवान को वह मौके दिए हैं, जो अकाली-कांग्रेसी नेता ने अपने बेटा-बेटी के लिए आरक्षित रखे हुए थे। पंजाब और दिल्ली के नौजवान विधायक इस की प्रत्यक्ष मिसाल हैं।

विकास दुबे की दहशत उसने पिछले 20 साल से नये कपड़े ही नहीं पहने


लखनऊ: विकास दुबे के एनकाउंटर के साथ ही उसकी दहशत भी ख़त्म हो गयी है। गाँव के लोग इससे काफी खुश नजऱ आ रहे हैं। कई गांव वाले खुलकर सामने आये और उसकी गुंडागर्दी की कहानियां भी सुनाई। कई गाँव वालों को कहना है कि विकास दुबे की दहशत बिकरू गाँव में इस कदर थी कि गाँव के लोग कोई भी बड़ा जलसा करने में भी डरते थे। कईयों ने तो उसकी तुलना शोले के गब्बर से भी कर दी, गाँव वालों का कहना था कि अगर गाँव में कोई बड़ा जलसा होता था तो वो आकर उसे रुकवा दिया करता था।

20 साल से नहीं पहने नये कपड़े

गांव वालों के मन से विकास दुबे के डर को ख़त्म करने के लिए पुलिस वालों ने बिकरू गांव में एक चौपाल लगायी, जिसमें सभी को अपने दिल की बात कहने की खुली छूट थी।

इस मौके पर एक बुजुर्ग ने बताया कि उसने पिछले 20 साल से नये कपड़े ही नहीं पहने। जिसकी वजह उसने विकास दुबे का खौफ बताया।

विकास दुबे की मौत के बाद नयी शर्ट खरीदी

बुजुर्ग ने विकास दुबे के खौफ को बयान करते हुए बताया कि 20 साल पहले एक दिन जब वह नये कपड़े पहनकर निकला तो विकास ने उसे जमकर पीटा था । जिसके बाद से उसने कभी नये कपड़े नहीं पहने। लेकिन उन्होंने कहा कि विकास दुबे की मौत के बाद ही उन्होंने एक नयी शर्ट खरीदी है और जल्द पहनेंगे।

डर के मारे छोड़ दिया गांव

बिकरू गांव के 65 वर्षीय विजय ने बताया कि विकास दुबे ने उसका जीना हराम कर दिया था। गांव की सभी राशन की दुकानों पर पर मुझे राशन देने से मना कर दिया था और कभी सामने देख लेता तो खूब गाली देता और कभी कभी मारता भी था। जिसके कारण मुझे गांव छोड़ना पड़ा। मैंने चार महीने पहले गांव छोड़ दिया था और बाहर ही मजदूरी करके अपना पेट पाल रहा था।

कोरोना वायरस संकट दिन पर दिन बद से बदतर होता जा सकता है, WHO ने चेतावनी दी

जेनेवा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सोमवार को चेतावनी (warned) दी है कि यदि सभी देश बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल सावधानियों (Basic health care precautions) का पालन नहीं करते हैं तो तेजी से फैलती कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के दिन पर दिन और भी बदतर होते जाने की संभावना है.

जिनेवा (Geneva) में डब्ल्यूएचओ (WHO) मुख्यालय से एक वर्चुअल ब्रीफिंग (Virtual Briefing) में महानिदेशक (Director) टेडरोस एडहानोम गेब्रेयेसुस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा, "मुझे बिना लाग-लपेट कहने दें, बहुत सारे देश गलत दिशा में जा रहे हैं, वायरस सार्वजनिक जीवन (Public Life) का दुश्मन नंबर एक बना हुआ है."

दुनिया भर में कोरोना रोगी 1.3 करोड़ हुए
उन्होंने कहा, "यदि बुनियादी बातों का पालन नहीं किया जाता है, जो इस महामारी को जाने को वापस भेजने का एकमात्र तरीका है, तो यह खराब और बदतर से बदतर होता जायेगा.
लेकिन इसे इस तरह नहीं होना चाहिए."रॉयटर्स की सूची के मुताबिक सोमवार को दुनिया भर में संक्रमण 1.3 करोड़ से ऊपर चला गया. इस महामारी में सिर्फ पांच दिनों में दस लाख से अधिक रोगियों की बढ़ोत्तरी हो गयी. यह महामारी अब तक 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत का कारण बन चुकी है.

भारत में कुल आंकड़े 9 लाख के पार हुए
वहीं भारत में अब तक कोविड-19 (Covid-19) के 9 लाख से ज्यादा मामले हो गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के सोमवार सुबह के अपडेट के मुताबिक देश में 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 28 हजार 701 नए मरीज मिले जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8 लाख 78 हजार 254 हो गई थी. अब ये आंकड़ा 9 लाख को पार कर गया है. देश में कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या भी 23 हजार 173 हो गई है. देश में फिलहाल 3 लाख एक हजार 609 एक्टिव केस हैं.

वहीं इस बीच राहत की बात ये है कि देश में रिकवरी रेट (Recovery Rate) लगातार बढ़ रहा है. केंद्र ने सोमवार को कहा कि 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 से मरीजों के ठीक होने की दर राष्ट्रीय औसत 63.02 प्रतिशत से बेहतर है. केंद्र ने कहा कि उसके द्वारा राज्य सरकारों के समन्वय में उठाए गए कदमों से मरीजों के ठीक होने की दर में 'क्रमिक बढ़ोतरी' हुई.

क्यूबा में कोरोना डेथ रेट कम करने वाली दवा को भारत में भी मिली हरी झंडी

नई दिल्ली. कोरोना के इलाज के लिए DCGI यानी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने Biocon की दवा टोलीजुमैब Itolizumab Injection (आइटोलीजुमैब) को इजाजत दे दी है. DCGI के मुताबिक कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए इस इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा सकता है. कोरोना मरीजों पर क्लिनिकल ट्रायल के बाद संतोषजनक नतीजे देखे गए हैं. ये इंजेक्शन पिछले कई साल से सिरॉसिस के मरीजों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है. ये दवा क्यूबा में कोरोना डेथ रेट कम करने के लिए काफी चर्चित रही है. इसे लेकर टोलीजुमैब बनाने वाली कंपनी Biocon की एक्जिक्यूटिव चेयरपर्सन किरण मजमूदार शॉ ने न्यूज़18 के साथ खास बातचीत की है.
कोविड-19 असाधारण परिस्थिति है'
किरण शॉ ने कहा है कि कोरोना जैसी असाधारण स्थितियों में जिंदगियां बचाने के लिए सही इलाज की जरूरत है. हम अगले कुछ दिनों में दस लाख का आंकड़ा छूने वाले हैं. इस वक्त हमारे सामने बड़ा सवाल ये है कि अगर इन्फेक्शन रेट ऊपर भी चला जाए तो क्या हम डेथ रेट कम कर सकते हैं? ऐसे समय में टोलीजुमैब दवा काफी कारगर साबित हो सकती है. हालांकि अभी इसका बड़े स्तर पर ट्रायल नहीं किया जा सका है. DCGI ने इस दवा के इस्तेमाल की छूट मॉडरेट से लेकर गंभीर मरीजों तक के लिए दी है.

दवा की कीमत पर क्या बोलीं किरण शॉटोलीजुमैब की कीमत को लेकर किरण शॉ ने कहा है कि हमें इस दवा की उपयोगिता भी देखनी होगी. इस वक्त हम जिंदगियां बचाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में अगर आप किसी मरीज को आईसीयू में रखेंगे तो उसका खर्च भी कहीं ज्यादा आ सकता है. सरकार मान रही है कि ये दवा लोगों के लिए काफी अफोर्डेबल है.

'क्यूबा में डेथ रेट कम हुई'
शॉ ने कहा है कि क्यूबा में भी इस दवा के इस्तेमाल से डेथ रेट काफी कम हुई है. हमने ट्रायल के दौरान इस दवा का इस्तेमाल मॉडरेट से लेकर गंभीर मरीजों तक पर किया है. नतीजे बेहतर निकले हैं. अगर क्यूबा इस दवा का इस्तेमाल कर अपने यहां डेथ रेट कम रखने में कामयाब हो सकता है तो हम क्यों नहीं.

'हेल्थ सेक्टर में और निवेश करना होगा'
किरण शॉ ने कहा है कि हमें हेल्थ केयर सेक्टर में और ज्यादा इन्वेस्टमेंट करना होगा. अन्य क्षेत्रों की तरह इस क्षेत्र को भी इन्सेंटिव की जरूरत है. एक समय में जिस तरह आईटी सेक्टर पर ध्यान देकर बड़ा बनाया गया है कुछ वैसा ही हेल्थ सेक्टर भी किया जा सकता है.

चीन के सामान पर भारत सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का असर, स्मार्टफोन बिक्री में 30-40% की गिरावट

नई दिल्ली: चीन के सामान पर भारत सरकार द्वारा लगाए गए तमाम प्रतिबंधों का असर दिखने लगा है. प्रतिबंधों के चलते स्मार्टफोन की बिक्री में प्रत्येक सप्ताह 30-40% की गिरावट हुई है. स्मार्टफोन की अच्छी मांग होने के बावजूद आयात और निर्माण की दिक्कतों के चलते बिक्री घटी है.

जानकारी के मुताबिक ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से स्मार्टफोन के स्टॉक में कमी आ गई है.

अभी यह परेशानी जारी रहेगी. एक बड़ी एजेंसी ने अप्रैल-जून में मोबाइल फोन की भारी कमी का अनुमान लगाया है. यह एजेंसी 1 करोड़ 60 लाख स्मार्टफोन का आयात करती है.

काउंटरप्वाइंट के मुताबिक जुलाई में पूरे महीने भर स्मार्टफोन की सप्लाई की दिक्कतें रहेंगी, क्योंकि इनके पार्ट्स की शिपिंग, असेंबलिंग और डिस्ट्रीब्यूशन में दिक्कतें आएंगीं. दरअसल चीन से आने वाला माला बंदरगाहों पर अटका पड़ा है. लॉकडाउन में छूट के बावजूद श्रमिकों की संख्या काफी घट गई है. सुरक्षित दूरी के नियम के चलते उत्पादन पर असर पड़ रहा है.

सुप्रीम कोर्ट विदेशी तब्लीगियों को काली सूची में डालने के मामले पर 24 जुलाई को करेगा सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि विदेशी तब्लीगियों को काली सूची में डालने के फैसले के खिलाफ दाखिल याचिकाओं पर वह 24 जुलाई को सुनवाई करेगा। केंद्र ने तब्लीगी जमात की कथित गतिविधियों में शामिल होने के लिए 35 देशों के करीब 2765 नागरिकों को दस साल के लिए काली सूची में डालने का निर्णय लिया है। जिसे शीर्ष कोर्ट में चुनौती दी गई है।
जस्टिस एएम खानविलकर की पीठ के समक्ष केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इस मामले को दो हफ्तों के लिए मुलतवी करने की मांग की थी। जिसके बाद पीठ ने दो हफ्ते बाद शुक्रवार को इस मामले में सुनवाई का फैसला किया।
इससे पहले केंद्र ने 2 जुलाई को कोर्ट से इन याचिकाओं को खारिज करने की मांग की थी।
केंद्र की दलील थी कि उसने अलग अलग मामलों में व्यक्तिगत आदेश जारी कर 2765 लोगों का वीजा रद्द करने और काली सूची में डालने का आदेश दिया है। सूचना के मुताबिक 11 राज्यों द्वारा विदेशी तब्लीगियों के खिलाफ करीब 205 एफआईआर दर्ज की गई हैं।

प्रियंका गांधी बोलीं - 1 अगस्त को खाली करेंगी सरकारी बंगला, समय बढ़ाने के लिए नहीं की अपील

नई दिल्ली, एजेंसियां। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने स्पष्ट किया है कि वह एक अगस्त को अपना सरकारी बंगला खाली कर देंगी। न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने सोमवार देर रात जारी एक न्यूज में सूत्रों के हवाले से दावा किया था कि प्रियंका गांधी ने सरकारी आवास खाली करने के लिए कुछ अतिरिक्त समय मांगा है। उनकी अपील पर प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें सरकारी आवास खाली करने के लिए अतिरिक्त समय दे दिया है। प्रियंका गांधी ने मंगलवार सुबह सोशल मीडिया के जरिये इस तरह की खबरों का खंडन किया है।

प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया है कि उनकी तरफ से सरकारी आवास खाली करने के लिए अतिरिक्त समय मांगने संबंधी खबरें गलत हैं।

उन्होंने ऐसी कोई अपील नहीं की है। इसके साथ ही कांग्रेस महासचिव ने स्पष्ट किया है कि वह सरकार द्वारा दी गई समयावधि में ही अपना सरकारी आवास खाली कर देंगी। उन्होंने एक अगस्त को सरकारी आवास खाली करने की बात कही है।

मालूम हो कि केंद्र सरकार ने एक जुलाई को प्रियंका गांधी के सरकारी आवास का आवंटन एक जुलाई को रद कर दिया था। आवास खाली करने के नोटिस में उन्हें एक माह की समयावधि दी गई थी। कांग्रेस नेता को ये सरकारी आवास एसपीजी सुरक्षा के दौरान दिया गया था।

शहरी आवास के मंत्रालय के तहत संपदा निदेशालय ने प्रियंका गांधी को लिखे पत्र में कहा कि उन्हें लोदी रोड स्थित बंगला इसलिए खाली करने के लिए कहा कि उनके पास अब विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) की सुरक्षा नहीं है। आदेश में कहा गया है, 'गृह मामलों के मंत्रालय द्वारा एसपीजी सुरक्षा और जेड+ सुरक्षा कवर को वापस लेने के बाद, अब आपको सुरक्षा के आधार पर सरकारी आवास के आवंटन का प्रावधान नहीं है। इसलिए एक जुलाई से इसे रद्द किया जाता है। नियम के मुताबिक आपको एक महीने की छूट दी जाती है।'

(घोषणा - सोमवार देर रात न्यूज एजेंसी IANS ने सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि प्रियंका गांधी ने सरकारी आवास खाली करने के लिए अतिरिक्त समय मांगा। प्रधानमंत्री ने उनकी अपील पर अतिरिक्त समय दे दिया है। मंगलवार सुबह प्रियंका गांधी द्वारा सोशल मीडिया पर एजेंसी की खबर का खंडन करने के बाद इस खबर को सही तथ्यों के साथ अपडेट किया गया है।)

देश में कोरोना वायरस के सर्वाधिक 28701 नए मामले आए सामने; संक्रमितों की संख्या 878254 पहुंची

नयी दिल्ली: देश में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक 28,701 मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या सोमवार को बढ़कर 8,78,254 हो गई जबकि संक्रमण से उबरने की दर सुधरकर 63.02 फीसद हो गयी। केद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। मंत्रालय के अनुसार 19 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में मरीजों के स्वस्थ होने की दर राष्ट्रीय औसत दर 63.02 फीसद से अधिक है। मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के आंकड़े के अनुसार इस वायरस से 500 और लोगों की मौत के बाद देश में मृतकों की कुल संख्या 23,174 हो गई।

मंत्रालय के अनुसार अब तक 5,53,470 लोग स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 3,01,609 लोगों का इलाज चल रहा है और एक व्यक्ति देश से बाहर जा चुका है।

यह लगातार चौथा ऐसा दिन है, जब देश में संक्रमण के 26,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। केंद्र ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकारों के साथ समन्वय कायम करते हुए उठाये गये कदमों से मरीजों के स्वस्थ होने की दर में 'क्रमिक वृद्धि' आयी है। उसने यह भी कहा कि 30 ऐसे राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेश हैं जहां इस बीमारी से मृत्युदर राष्ट्रीय मृत्युदर 2.64 फीसद से कम है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि घर पर पृथकवास के नियमों और मानकों तथा ऑक्सीमीटरों के इस्तेमाल ने बिना लक्षण वाले या हल्के लक्षण वाले मरीजों पर नियंत्रण रखने में मदद की और अस्पतालों पर बोझ भी नहीं बढ़ा। मंत्रालय ने कहा, 'कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिये केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा उठाए गए अति-सक्रिय, पूर्वानुमानित और समन्वित कदमों से कोविड-19 से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में क्रमिक बढ़ोतरी हुई।' सरकार ने कहा कि जांच में इजाफा और समय पर निदान से कोविड-प्रभावित मरीजों के बीमारी के अंतिम चरण में जाने से पहले ही पहचान हो जाती है।

मंत्रालय ने कहा कि निषिद्ध क्षेत्रों और निगरानी कार्यक्रमों को प्रभावी तरीके से लागू करने से यह सुनिश्चित हुआ कि संक्रमण की दर नियंत्रण में रहे। उसने कहा कि ठीक होने की दर में भी सुधार हुआ है और अब यह 63.02 प्रतिशत है, और 19 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में मरीजों के ठीक होने की दर राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा है। जिन राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में मरीजों के ठीक होने की दर राष्ट्रीय दर से ज्यादा है उनमें लद्दाख (85.45 प्रतिशत), दिल्ली (79.98 प्रतिशत) उत्तराखंड (78.77 प्रतिशत), छत्तीसगढ़ (77.68 प्रतिशत), हिमाचल प्रदेश (76.59 प्रतिशत), हरियाणा (75.25 प्रतिशत), चंडीगढ़ (74.6 प्रतिशत), राजस्थान (74.22 प्रतिशत), मध्य प्रदेश (73.03 प्रतिशत) और गुजरात (69.73 प्रतिशत) शामिल हैं। इसके अलावा त्रिपुरा (69.18 प्रतिशत), बिहार (69.09 प्रतिशत), पंजाब (68.94 प्रतिशत), ओडिशा (66.69 प्रतिशत), मिजोरम (64.94 प्रतिशत), असम (64.87 प्रतिशत), तेलंगाना (64.84 प्रतिशत), तमिलनाडु (64.66 प्रतिशत) और उत्तर प्रदेश (63.97 प्रतिशत) में भी मरीजों के ठीक होने की दर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।

भारत की मृत्यु दर भी गंभीर मामलों के क्लीनिकल प्रबंधन पर लगातार जोर देने से घटकर 2.64 रह गयी है। एम्स दिल्ली टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से कोविड-19 समर्पित अस्पतालों का मार्गदर्शन करता रहा। संक्रमण के कारण हुई 500 नई मौतों में से 173 महाराष्ट्र में हुई है, जबकि कर्नाटक में 71, तमिलनाडु में 68, दिल्ली में 37, पश्चिम बंगाल में 26, उत्तर प्रदेश में 21, आंध्र प्रदेश में 19, गुजरात में 13, बिहार में 12, जम्मू-कश्मीर में 10, मध्य प्रदेश में नौ, तेलंगाना में आठ, राजस्थान और झारखंड में सात-सात, हरियाणा और पंजाब में चार-चार, ओडिशा में तीन, केरल, गोवा और छत्तीसगढ़ में दो-दो और उत्तराखंड और चंडीगढ़ में एक-एक मौत हुई है। अब तक हुई कुल 23,174 मौतों में से, महाराष्ट्र में सबसे अधिक 10,289 लोगों की मृत्यु हुई, इसके बाद दिल्ली में 3,371, गुजरात में 2,045, तमिलनाडु में 1,966, उत्तर प्रदेश में 934, पश्चिम बंगाल में 932, मध्य प्रदेश में 653, कर्नाटक में 684 और राजस्थान में 510 मौतें हुई हैं। अब तक, तेलंगाना में कोविड-19 से 356 लोगों की मौतें हुई हैं, जबकि आंध्र प्रदेश में 328, हरियाणा में 301, पंजाब में 199, जम्मू-कश्मीर में 179, बिहार में 143, ओडिशा में 64, उत्तराखंड में 47, असम में 35 और केरल में 31 मौतें हुई हैं। झारखंड में 30 मौतें हुई हैं, जबकि छत्तीसगढ़ में 19, पुडुचेरी में 18, गोवा में 14, हिमाचल प्रदेश में 11, चंडीगढ़ में आठ, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और त्रिपुरा में दो-दो और लद्दाख में एक मौत हुई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक मौत मरीजों में अन्य बीमारियों के कारण हुईं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 12 जुलाई तक 1,18,06,256 नमूनों की जांच हुई है, जिनमें से 2,19,103 नमूनों की जांच रविवार को हुई। प्रति दस लाख पर परीक्षण लगातार बढ़ रहा है और सोमवार को यह 8555.25 था। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में हैं, जहां मामलों की संख्या 2,54,427 है, इसके बाद तमिलनाडु में 1,38,470 और दिल्ली में 1,12,494 मामले हैं, जबकि गुजरात में 41,820, उत्तर प्रदेश में 36,476, कर्नाटक में 38,843 और तेलंगाना में 34,671 मामले हैं। भाषा राजकुमार वैभव वैभव

Sunday, July 12, 2020

कोविड-19: वैक्सीन बनाने में रूस का बाजी मारने का दावा, कहा- पूरी हो गई टेस्टिंग

मास्को. रूस (Russia) की सेकेनोफ़ यूनिवर्सिटी (Sechenov University) में नये कोरोना वायरस (Novel Coronavitus) की वैक्सीन का वॉलंटियर्स पर क्लीनिकल परीक्षण (Clinical Test) पूरा कर लिया गया है. यूनिवर्सिटी में इस परीक्षण की मुख्य शोधकर्ता इलीना स्मोलयारचुक (Chief Researcher Elena Smolyarchuk) ने बताया कि परीक्षण में सामने आये रिजल्ट में टीका (Vaccine) प्रभावी सिद्ध भी हुआ है.

सेकेनोफ़ यूनिवर्सिटी (Sechenov University) में सेंटर फॉर क्लीनिकल रिसर्च ऑन मेडिकेशन (Center for Clinical Research on Medications) की प्रमुख इलीना स्मोलयारचुक ने बताया, "रिसर्च पूरा कर लिया गया है और इससे साबित हुआ है कि वैक्सीन सुरक्षित है.
वॉलंटियर्स (Volunteers) को 15 जुलाई और 20 जुलाई को डिस्चार्ज (Discharge) कर दिया जायेगा." भारत में रूस के दूतावास ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी और इसे कोविड-19 (Covid-19) के खिलाफ दुनिया की पहली वैक्सीन बताया.
डिस्चार्ज किए जाने के बाद निगरानी में रहेंगे वॉलंटियर्स, रूसी दूतावास ने ट्वीट कर दी जानकारी
यूनिवर्सिटी से डिस्चार्ज किए जाने के बाद वॉलंटियर्स को निगरानी में रखा जायेगा. इस यूनिवर्सिटी में जिस वैक्सीन का परीक्षण किया गया. वह पहले 18 जून को 18 वॉलंटियर्स के एक समूह को दी गई. जबकि वॉलंटियर्स के दूसरे समूह को यह वैक्सीन 23 जून को दी गई.

भारत में भी प्रथम कोरोना वैक्‍सीन तैयार कर ली गई है और यह ट्रायल के चरण में है. भारत के तीन मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन्स ने मिल कर इस कार्य में सफलता हासिल कर ली है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR), नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी (National Institute of Virology) और भारत बायोटेक के संयुक्त प्रयास से कोवैक्सीन नाम की एक वैक्‍सीन को तैयार किया गया है.

राजस्थान में अशोक गहलोत-सचिन पायलट के बीच ठनी, कांग्रेस विधायकों के लिए व्हिप जारी

जयपुर/नई दिल्‍ली : राजस्‍थान में सियासी संकट गहराता जा रहा है। नाराज उपमुख्‍यमंत्री सचिन पायलट के साथ 30 विधायकों के जाने के दावों के बीच कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का कहना है कि यहां मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार पूरी तरह सुरक्ष‍ित है। राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष अविनाश पांडे ने कहा कि गहलोत सरकार पूरी तरह सुरक्षित है और 109 विधायकों ने उन्‍हें समर्थन पत्र सौंपा है। आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी होने वाली है, जिसमें सभी विधायकों को अनिवार्य रूप से शामिल होने के लिए व्हिप जारी किया गया है।

राजस्‍थान में सचिन पायलट और उनके समर्थकों के कांग्रेस नेतृत्‍व और गहलोत खेमे से नाराज चलने की खबरों के बीच अविनाश पांडे ने रविवार देर रात प्रेस कॉन्‍फेंस कर कहा कि गहलोत सरकार को कोई खतरा नहीं है और सरकार सुरक्षित है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान के 109 विधायकों ने समर्थन पत्र सौंपा है, जिसमें उन्‍होंने सीएम अशोक गहलोत वाली राजस्‍थान सरकार और सोनिया गांधी व राहुल गांधी के नेतृत्‍व में समर्थन जताया है। कुछ अन्‍य विधायकों के साथ फोन पर बातचीत हो रही है और भी सुबह तक समर्थन पत्र पर हस्‍ताक्षर कर देंगे।

देश में रिकवरी दर सबसे ज्यादा 63%, तीन दिन से लगातार मिल रहे 25 हजार से अधिक मरीज

लगातार दूसरे दिन देश में 500 से ज्यादा मृतकों की संख्या दर्ज की गई है। इतना ही नहीं संक्रमितों के मिलने की दर में भी इजाफा हुआ है। जबकि, रोजाना सैंपल जांच में वृद्धि नहीं है। तीन दिन से रोजाना 2.80 लाख सैंपल की जांच देश में हो रही है। इनमें से 9.59 फीसदी तक सैंपल संक्रमित मिल रहे थे, पर शनिवार को 10.22 फीसदी पॉजिटिव मिले हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। पहली बार यह दर 63 फीसदी के नजदीक पहुंची है। मंत्रालय ने बताया कि अब तक देश में 62.92 फीसदी संक्रमित मरीज ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। पूरी दुनिया में यह रिकवरी दर भारत की सबसे ज्यादा है।
मंत्रालय के अनुसार, रविवार सुबह तक बीते एक दिन में 28,637 मरीज आए हैं।
इसके अलावा 551 की मौत दर्ज की गई है। इस दौरान, 19,235 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। कुल 8,49,553 केस में 2,92,258 सक्रिय मामले हैं। अब तक 5,34,621 लोग ठीक भी हो चुके हैं। जबकि 22,674 जान गंवा चुके हैं। 1.15 करोड़ से ज्यादा सैंपल की जांच
आईसीएमआर के अनुसार देश में 1.15 करोड़ से ज्यादा जांचें हो चुकी है। प्रयोगशालाओं की संख्या भी 1200 के करीब पहुंच चुकी है। रविवार तक देश की 1194 प्रयोगशाला में सैंपल की जांच हुई है।

12 फीसदी मरीज भारत में
बीते नौ दिनों से भारत में हर रोज 22 हजार से ज्यादा मामले मिल रहे हैं। ऐसे में दुनिया में रोजाना मिल रहे कुल संक्रमितों में 12 फीसदी भारत में हैं। वर्ल्डोमीटर के अनुसार शनिवार को विश्व के कुल 2,14,741 मामलों में भारत में 27,114 (12.60 फीसदी) थे।

ओडिशा में 13 हजार के पार पहुंचे मामले...
ओडिशा में कुल मामले बढ़कर 13,121 हो गए हैं। तीन मरीजों की मौत के बाद मरने वालों की संख्या 64 हो गई है।

बंगाल : एक दिन में रिकॉर्ड 1,560 नए मरीज मिले
पश्चिम बंगाल में चार दिन से तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच रविवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 1,560 नए मामले आए। इससे संक्रमितों की संख्या 30 हजार के पार पहुंच गई। 26 लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 932 हो गया। रविवार के मामलों में 854 अकेले कोलकाता के हैं। 26 मृतकों में से 13 कोलकाता के हैं। राज्य में 10,500 सक्रिय मामले हैं।

पश्चिम बंगाल में फंदे पर लटकता मिला BJP विधायक का शव, पार्टी ने कहा- हत्‍या हुई

नई दिल्‍ली. पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बीजेपी (BJP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के बीच कोई ना कोई विवाद सामने आता रहता है. अब सोमवार सुबह पश्चिम बंगाल के हेमताबाद से बीजेपी विधायक देबेंद्र नाथ रॉय (Debendra nath Ray) का शव सड़क किनारे एक दुकान के बाद फंदे पर लटकता मिला है. इस पर बीजेपी ने ममता सरकार पर उनकी हत्‍या का आरोप लगाया है. बता दें कि देबेंद्र नाथ रॉय पहले माकपा की टिकट पर विधायक बने थे. इसके बाद 2019 में उन्‍होंने बीजेपी ज्‍वाइन की थी.

बीजेपी विधायक देबेंद्र नाथ रॉय की हत्‍या के मामले में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार पर निशाना साधा. उन्‍होंने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर लिखा, 'निंदनीय और कायरतापूर्ण कृत्य!!!
ममता बनर्जी के राज में बीजेपी नेताओं की हत्या का दौर थम नहीं रहा. टीएमसी छोड़ कर बीजेपी में आए हेमताबाद के विधायक श्री देबेंद्र नाथ रॉय की हत्या कर दी गई. उनका शव फांसी पर लटका मिला.'
कैलाश विजयवर्गीय ने सवाल किया कि क्या इनका गुनाह सिर्फ भाजपा में आना था ?...' बता दें कि इससे पहले भी कई बार बीजेपी और टीएमसी के बीच पश्चिम बंगाल में तकरार देखने को मिली है. लोकसभा चुनाव के दौरान भी दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच भी झड़प की कई घटनाएं सामने आई थीं.

Friday, July 10, 2020

ठेकेदार कहते हैं ऐसे शरीर दोगी तभी काम पर लगाएंगे।


पहले शरीऱ दो तब काम मिलेगा... सुनने में यह वाक्य अशोभनीय और हैरानीजनक भले ही लग रहा हो, पर दो वक्त की रोटी के लिए चित्रकूट की खदानों में काम करने को मजबूर नाबालिग लड़कियों को यह रोजाना ही सुनना पड़ता है। इन बेबस ल़ड़कियों ने अगर जिस्म का सौदा करने से मना किया तो काम भी नहीं मिलता। अपने और परिवार का पेट भरने के लिए इन अभागी बच्चियों को रोजाना ही अपना शरीर बेचना पाना पड़ता है, वह भी 200 से 300 रुपये की दिहाड़ी के लिए।

नाबालिग लड़कियों का यह नर्क लोक उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में है, जहां खदानों में काम देने के बदले कम उम्र की लड़कियों के साथ हर दिन शारीरिक शोषण हो रहा है। एक निजी चैनल के साथ बातचीत में चित्रकूट के डफई गांव में रहने वाली एक लड़की ने बताया कि खदान पर जाकर काम मांगते हैं तो वहां लोग कहते हैं शरीर दो तभी काम मिलेगा।

मजबूरी के चलते उनकी बात मानकर फिर काम पर लगते हैं। वह बताती है कि ठेकेदार और बिचौलिये उन्हें काम की मजदूरी नहीं देते। मजदूरी पाने के लिए इन बेटियों को करना पड़ता है अपने जिस्म का सौदा। वह भी सिर्फ 200-300 रुपयों के लिए। ठेकेदार कहते हैं ऐसे शरीर दोगी तभी काम पर लगाएंगे।

वहीं मां-पिता भी बेटियों के इस दर्द का जहर चुपचाप पी लेते हैं क्योंकि पेट की आग के आगे कुछ नहीं कर पाते। लड़की की मां घर के अंदर से कहती हैं कि खदानों पर दरिंदे कहते हैं कि काम में लगाएंगे जब अपना शरीर दोगे तब। मजबूरी है पेट तो चलाना है। 300-400 दिहाड़ी है। कभी 200 कभी 150 देते हैं। बेटियां काम करके आने के बाद बताती हैं कि आज उनके साथ ऐसा हुआ लेकिन हम कुछ नहीं कर पाते। घर चलाना है, परिवार भूखे ना सोए। पापा का इलाज भी कराना है।

ऐसी ही दर्दनाक कहानी है चित्रकूट के कर्वी में रहने वाली एक और लड़की की। नाबालिग लड़की के पिता नहीं हैं। स्कूल जाने की उम्र में ये बेटी पहाड़ों की खदानों में पत्थर ढोती है। लड़की बताती है कि पहाड़ के पीछे बिस्तर लगा है नीचे की तरफ। सब हमें लेकर जाते हैं वहां। एक-एक करके सबकी बारी आती है। हमारे बाद कोई दूसरी लड़की। मना करने पर मारते हैं। गाली देते हैं। हम चिल्लाते हैं, रोते हैं, पर सब सहना पड़ता है। दुख तो बहुत होता है कि मर जाएं, गांव में ना रहें, लेकिन बिना रोटी के जिंदा कैसे रहें।

इतना ही नहीं, ठेकेदार की ओर से उनसे कहा जाता है कि जो पैसे तुमको दिए हैं उससे मेकअप करके आओ। 100 रुपए में क्या होता है। लॉकडाउन में हालत और खराब हो गई थी। आए दिन हवस का शिकार बनती थीं ये बेटियां। परिवार पालने के लिए रोजाना दो-तीन सौ रुपये कमाने पड़ते हैं, और इसके लिए इसे अपना जिस्म दरिंदों के आगे परोसना पड़ता है। नाबालिग की मां बताती है कि जब से मजदूरी कर रहे हैं, अभी तक नहीं बताया। 3 महीने काम बंद था। 3 महीने से छटपटा रहे हैं। भाग रहे हैं. कैसे हमारा पेट पले। हमारी औलाद का पेट पले। मां को या घर के किसी बड़े को लड़कियों के साथ काम करने के लिए नहीं जाने देते।

बता दें कि चित्रकूट की पहाड़ियों पर करीब 50 क्रशर चलते हैं। भुखमरी और बेरोजगारी की मार झेल रहे यहां के कोल समाज के लिए यही रोजी रोटी का सहारा है। इनकी गरीबी का फायदा उठाकर बिचौलिये और ठेकेदार बच्चियों का शोषण करते हैं। खदानों में काम करने वाली ज्यादातर लड़कियों की उम्र 10 से 18 के बीच होती है। लड़कियों की मेहनत-मजदूरी के बावजूद उन्हें तब तक मेहनताना नहीं मिलता, जब तक कि वो ठेकेदार और उसके साथियों की बात मानने के लिए राजी न हो जाएं।

PM मोदी को धमकी देने वाली ये सिंगर छोड़ना चाहती है पाकिस्तान, कहा- 'इंडियन ज्यादा अच्छे हैं'

नई दिल्ली. पाकिस्तानी सिंगर रबी पीरजादा (Rabi Pirzada) ने म्यूजिक की दुनिया को काफी पहले ही बॉय-बॉय कर दिया था और अब वो पाकिस्तान (Pakistan) छोड़ने की बात कर रही है. सोशल मीडिया (Social media) पर काफी एक्टिव रहने वाली रबी पीरजादा ने ट्विटर पर एक पोस्ट किया है. जिसके बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं. रबी ने भारत और पाकिस्तान की तुलना करते हुए एक पोस्ट लिखा है.

उन्होंने एक ट्वीट में लिखा था कि पाकिस्तान और भारत के लोगों में यही फर्क है कि भारतीय कभी मेरी बुराई नहीं करते. इसके आगे सिंगर अदनान सामी से बात करते हुए रबी पीरजादा ने लिखा कि लोग उनकी आवाज और टैलेंट के लायक नहीं हैं.
साथ ही वे बोलीं कि वो भी एक दिन पाकिस्तान छोड़ देंगी. रबी पीरजादा के ट्वीट का जवाब देते हुए सिंगर अदनान सामी ने लिखा- मैं दुआ करता हूं कि अल्लाह आपकी हमेशा रक्षा करे. आप जहां भी रहें खुश और तंदुरुस्त रहें.

अदनान सामी से मांगी माफीरबी के इस ट्वीट के बाद यूजर्स ने काफी दुख जाहिर किया है और कुछ लोगों ने तो रबी को खरी खोटी तक सुना दी. हालांकि इसका रबी पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा. उन्होंने इसके बाद एक और ट्वीट किया. इसमें उन्होंने अदनान सामी को बोला- 'हमने हमेशा आपको गलत समझा और आप पर उन बातों का इल्जाम लगाया जो आपने कभी की ही नहीं. आज जब मेरे साथ ये हुआ तो मुझे समझ आया कि आपको कैसा लगता होगा. मैं आपसे माफी मांगती हूं अदनान भाई.'
इस ट्वीट के बाद अदनान सामी ने रबी को समझाया और लिखा कि वो अपनी मर्जी से अपनी जिंदगी जियें.
डिलीट किए कुछ ट्वीट्स
हालांकि अदनान से रिप्लाई आने के कुछ देर बाद रबी ने अपने सभी ट्वीट्स को डिलीट कर दिया. जिन लोगों ने पाकिस्तान छोड़ने की बात पर रबी को खरी खोटी सुनाई थी, उन्हें सफाई देते हुए रबी ने एक और पोस्ट लिख डाला. ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'पाकिस्तान मेरी पहचान है. मैंने कुछ नेगेटिव लिखा और वो सोशल मीडिया और अख़बारों में वायरल हो गया. मैंने उसे डिलीट कर दिया और दोबारा कुछ पोस्ट किया लेकिन किसी को फर्क नहीं पड़ा. क्या हम बदलना नहीं चाहते? पाकिस्तानी आर्मी दुनिया की बेस्ट आर्मी है. मैं दुआ करती हूं.'

प्रधानमंत्री मोदी को दे चुकी हैं धमकी
हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं है जब रबी इस तरह सुर्खियों में आई हैं. कुछ वक्त पहले रबी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कुछ आपत्तिजनक ट्वीट किए थे. रबी पीरजादा ने एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया था. इस वीडियो में वो भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सांपों और मगरमच्छों से हमले की धमकी दे रही थीं. इस वीडियो को पोस्ट करने के बाद रबी काफी ट्रोल हुईं थी. हालांकि जब रबी के इस मगरमच्छ और सांप के वीडियो को देखा गया तो पता चला कि ये सभी खिलौने हैं.

पश्चिम बंगाल के सरकारी कर्मचारियों और केंद्री कर्मचारियों को मिलने वाले डीए में 21 फीसदी का भारी अंतर


स्टेट एडमिनिस्ट्रीटेटिव ट्रिब्यूनल (सैट) ने बुधवार को बंगाल सरकार के महंगाई भत्ता (डीए) से जुड़ी समीक्षा याचिका को खारिज कर दिया। इस याचिका में सैट के उस आदेश पर फिर से विचार करने के लिए कहा गया था जिसमें कहा गया है कि राज्य के कर्मचारी केंद्रीय कर्मचारियों की बराबर डीए पाने के हकदार हैं। पश्चिम बंगाल सरकार ने इसी आदेश के खिलाफ याचिका दायर करते हुए कहा है कि कोरोना संकट की इस विपरीत परिस्थिति में सरकारी खजाने पर प्रभाव पड़ा है लिहाजा इस फैसले पर फिर से विचार किया जाए।

सैट ने राज्य सरकार के याचिका में दिए इस तर्क और अन्य तर्कों पर असहमति जताई और कहा कि याचिका का कोई आधार नहीं है लिहाजा इसे निरस्त किया जाता है।

ममता सरकार अब इस मामले पर कलकत्ता हाई कोर्ट या फिर सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकती है। हालांकि डीए बकाए का भुगतान राज्य सरकार के कर्मचारियों की लंबे समय से लंबित मांग है।

मालूम हो कि पश्चिम बंगाल के सरकारी कर्मचारियों और केंद्री कर्मचारियों को मिलने वाले डीए में 21 फीसदी का भारी अंतर है। ट्रिब्यूनल ने स्पष्ट किया कि हाईकोर्ट ने सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता देने संबंधी जो निर्देश दिया है, वह बहाल रहेगा।

इससे पहले, पिछले साल 26 जुलाई को सैट ने एक आदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि राज्य सरकार के कर्मचारी केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर वेतन पर डीए पाने के हकदार है, और राज्य सरकार को अपने कर्मचारियों के लिए सभी बकाया राशि देने पर विचार करना चाहिए। यह भी कहा गया था कि केंद्र सरकार की तरह ही राज्य सरकार का डीए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर तय किया जाना चाहिए।

शुक्रवार की दोपहर 3 बजे 10वीं और 12वीं की परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।

नई दिल्ली। कोरोना काल में छात्रों को अपने परिणाम जानने का बेसब्री से इंतजार है। हालांकि अब काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामीनेशंस (CISCE) आईसीएसई बोर्ड के 10वीं और आईएससी बोर्ड के 12वीं के छात्रों को रिजल्ट के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि बोर्ड ने परिणामों की तारीख का ऐलान कर दिया है। सीआईएससीई की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक शुक्रवार की दोपहर 3 बजे 10वीं और 12वीं की परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
सीआईएससीई ने दी ये जानकारी

बता दें कि 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणामों से जुड़ी एक नोटिस काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित की गई है।

इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि आईसीएसई बोर्ड का 10वीं और आईएससी 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट शुक्रवार (10 जुलाई) को दोपहर 3 बजे जारी किया जाएगा। छात्र रिजल्ट काउंसिल की आधिकारिक वेबसाइट पर करियर्स सेक्शन में जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं।

रिजल्ट के साथ स्कोर कार्ड भी

अगर किसी कारण वश छात्र सीआईएससीई की वेबसाइट पर रिजल्ट नहीं देख सकते तो उनके लिए एसएमएस की सुविधा भी शुरू की गई है। स्टूडेंट्स एसएमएस के जरिए भी रिजल्ट देख सकते हैं। इसके अलावा 10वीं और 12वीं के छात्र सीआईएससीई से संबंधित स्कूल के प्रिंसिपल अपनी लॉगिन आइडी और पासवर्ड की मदद से करियर पोर्टल पर जाकर अपने स्कूल के स्टूडेंट्स का रिजल्ट देख सकते हैं। छात्र अपने रिजल्ट के साथ अपना स्कोर कार्ड भी देख पाएंगे।

वेबसाइट पर रिजल्ट


रिजल्ट देखने के लिए छात्रों को आईसीएससी 10वीं व 12वीं के छात्रों को ऑफिशियल वेबसाइट cisce.org या फिर results.cisce.org पर लॉगइन कर के देखना होगा। इसके बाद होम पेज पर ही उपलब्ध कराये जाने वाले आईएससी रिजल्ट्स 2020 से संबंधित लिंक को ना होगा। वहां मांगी गई जानकारी के बाद आपका रिजल्ट आपके सामने होगा।

एसएमएस के जरिए ऐसे देखें रिजल्ट

इसके अलावा छात्र अगर एसएमएस के जरिए अपना परिणाम देखना चाहते हैं तो उन्हें इसके लिए कुछ सिंपल स्टेप फॉलो करने होंगे। स्टूडेंट्स एसएमएस के जरिए अपना रिजल्ट चैक करना चाहते हैं तो उन्हें अपनी यूनिक आइडी 09248083883 पर एक फॉरमेट में भेजनी होगी। उदाहरण के तौर पर 'ICSE/ISC (Unique ID)' के फॉरमेट में भेजना होगा।


आयुर्वेद बन सकता है कोरोना के खिलाफ रामबाण? अब अमेरिका भी करने जा रहा है क्लीनिकल ट्रायल

बेंगलुरू। पूरी दुनिया में 1 करोड़  22 लाख से अधिक लोगों को संक्रमित और 5.5 लाख से अधिक लोगों की जान ले चुका खतरनाक नोवल कोरोनावायरस का शर्तिया इलाज के लिए 100 फीसदी इलाज यानी रामबाण की दरकार है, लेकिन एकमात्र वैक्सीन को ही रामबाण मानकर नहीं बैठा जा सकता है।

शायद यही कारण है कि अब आयुर्वेद की ओर अमेरिका ने भी रूचि लेनी शुरू कर दी है।

लॉजिकल बात यह है कि दूसरे दिन से बाजारों में उपलब्ध हो सकने वाली संभावित वैक्सीन को 2020 के अंत तक आने में भी पूरी आशंका है। तो यह जरूरी हो जाता है कि जैसे कोरोना बिना थके अपने काम पर लगा हुआ और उसी तरह इंसान को भी उसके खिलाफ तैयारी अभी से शुरू करनी होगी और आयुर्वेद इसमें मददगार साबित हो सकता है।

यह सर्वविदित सत्य है कि कोरोनावायरस के संक्रमण काफी हद तक रोकने में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि जरूरी है। इसके लिए योग और आयुर्वेद बेहद कारगर उपाय हैं, जिसके जरिएर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया और मजबूत किया जा सकता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में आर्युवेदिक औषधि अश्वगंधा, गिलोय, अतीश, कुड़की और जटामानसी में बेहद उम्दा उपाय है।

हालांकि उपरोक्त सभी आयुर्वेदिक औषधियों में गिलोय पूरे ब्रह्मांड में ऐसी अचूक औषधि है, जिससे शरीर को रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया और बरकरार रखा जा सकता है। गिलोय का रस रोग प्रतिरोधक क्षमता ही नहीं, बल्कि यह कई दूसरी बीमारियों में रामबाण उपाय है।

गुडुची और अमृता जैसे नामों से भी प्रचलित गिलोय में एंटीऑक्‍सीडेंट्स प्रचुरता में होती है, जिससे फ्री-रेडिकल्‍स से लड़ने में मदद मिलती है और यह कोशिकाओं को स्‍वस्‍थ एवं बीमारियों से दूर रखते हैं।

गौरतलब है कोरोनावायरस के लिए इलाज में ऐसे कई दवाओं को गेमचेंजर की संज्ञा दी गई, लेकिन किसी भी दवा और इलाज से अब तक सफलता नहीं मिल सकी है। इनमें दावा के साथ इस्तेमाल में लाए गए रेमिडिसीवर और हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन जैसी दवाएं और रक्त प्लाज्मा थैरेपी भी गेम से लगभग बाहर हो चुके हैं।

पूरी दुनिया का एकमात्र आसरा वैक्सीन पर टिका है, जिसको बाजार में उपलब्ध होने में 6-12 महीनों को समय लग सकता है। भयावह बात यह है कि 6-12 महीनों में वैक्सीन बाजार में उपलब्ध हो जाएगा, इसकी भी गारंटी नहीं है।

निः संदेह दुनिया भर के वैज्ञानिक वैक्सीन के लिए युद्धस्तर पर काम में जुटे हुए हैं और भारत भी इसमें पीछे नहीं है। स्वदेशी कोवाक्सीन वैक्सीन के गत 15 अगस्त को लांच करने की घोषणा की जा चुकी है। वहीं, चीन और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में वैक्सीन निर्माण का काम अंतिम चरण में हैं, लेकिन भारत छोड़ किसी अन्य अभी तक वैक्सीन लांच की समय-सीमा का निर्धारण नहीं किया है

यही कारण है कि इस बीच आयुर्वेद के जरिए कोरोना का इलाज ढूंढने के प्रयास शुरू हो गए हैं। अमेरिका भी आयुर्वेद की शक्ति पर भरोसा जताते हुए आयुर्वेद के क्लिीनिकल ट्रायल करने जा रहा है। हालांकि योगगुरू बाबा रामदेव द्वारा लांच की गई कोरोनिल दवा की लाइसेंसिंग विवादों को किनारे रख दिया जाए, तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले औषधियां इम्म्यून सिस्टम को सुरक्षा प्रदान करने में कारगर रहीं हैं, जो कि कोरोना से लड़ने का सबसे बड़ा हथियार है।

आयुर्वेद की इन्हीं खूबियों के मद्देनजर जल्द ही भारत और अमेरिका में आयुर्वेदिक चिकित्सक और शोधकर्ता एक साथ मिलकर क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने जा रहे हैं। बुधवार को प्रख्यात भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और डॉक्टरों के एक समूह के साथ वर्चुअल इंटरेक्शन के जरिए अमेरिकी राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने बताया कि दोनों देशों के आयुर्वेदिक चिकित्सक और शोधकर्ताओं ने कोरोनावायरस का आयुर्वेदिक इलाज खोजने के लिए क्लिीनिकल ट्रायल शुरू करने की योजना बनाई है।

उल्लेखनीय है भारतीय दवा कंपनियां सस्ती लागत वाली दवाओं और टीकों के उत्पादन में ग्लोबल लीडर हैं और इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। अमेरिका स्थित संस्थानों के साथ भारतीय वैक्सीन कंपनियों के बीच कम से कम तीन सहयोग चल रहे हैं। उक्त सहयोग न केवल भारत और अमेरिका के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि उन अरबों लोगों के लिए भी फायदेमंद होगा, जिन्हें दुनिया भर में कोरोना वायरस के वैक्सीन का इंतजार है।

वैसी भी भारत की शुद्ध देसी चिकित्सा पद्धित आयुर्वेद के बारे में यह मान्यता है कि जहां सारे संभावनाएं खत्म हो जाती है, वहां आयुर्वेद सहारा बनता है, क्योंकि आर्युर्वेद में रोग निवारण क्षमता की असीम संभावनाएं हैं। यही कारण है कि लोग एक बार फिर आयुर्वेद की ओर रूख करना शुरू कर दिया और कोरोना के खिलाफ आयुर्वेद चिकित्सा पद्धित में मौजूद औषधिए खजाना हताशा से भरे चुके दुनिया को नई आशा और नई उम्मीद देगा।

मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों पर कम प्रभावी होती है कोरोना

अभी तक के चिकित्सीय और वैज्ञानिक तथ्य इशारा करते हैं कि कोरोनावायरस उन लोगों पर निष्प्रभावी होता है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और बाबा रामदेव के दावे के विपरीत अगर कोरोनिल रामबाण नहीं भी है और उसका सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने से सहायक होती हैं, तो अधिकांश लोगों को इसकी मदद से बचाया जा सकता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि आयुर्वेदिक होने के कारण कोरोनिल को लेकर कोई जोखिम भी नहीं है।

कोरोनावायरस की प्रकृति और स्वभाव में काफी बदलाव आ चुका है

मौजूदा समय और पिछले तीन महीने पहले के समय की तुलना में कोरोनावायरस की प्रकृति और स्वभाव काफी बदलाव आ चुका है, जिससे वह आसानी से पकड़ में नहीं आ रहा है और अब लगभग सभी राज्यों में कोरोना की टेस्टिंग भी खूब हो रही है, जिससे मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा होता दिख रहा है, लेकिन संक्रमितों के इलाज में देरी, चाहे वह आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्री दवा ही क्यों न हो, जरूरी है।

कोवाक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल में साल भर से अधिक लग सकता है समय

भारत बायोटेक कंपनी वैक्सीन को लेकर भले ही 15 अगस्त तक लॉन्च करने का दावा किया है, लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक ट्रायल में लंबा समय लग सकता है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि क्लिीनिकल ट्रायल्स रजिस्ट्री पर मौजूद प्रोटोकॉल के अनुसार पहले फेज में कम से कम एक महीना लग सकता है। इसके डाटा को डीजीसीआई के सामने प्रस्तुत करना होता है और फिर अगले चरण की अनुमति मिलती है। पहले और दूसरे फेज के क्लीनिकल ट्रायल में सवा साल यानी एक साल तीन महीने भी लग सकते हैं।

वर्तमान में भारत में रोजाना 22000-24000 नए मामले सामने आ रहे हैं

वर्तमान में भारत में रोजाना 22000-24000 नए मामले सामने आ रहे हैं और प्रति दिन यानी 24 घंटे में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 300-400 हो गई है। बुधवार को कोविड-19 के 22,752 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7,42,417 हो गई है। वहीं, संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर भी बढ़कर 61.53 फीसदी हो गई है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में देश में संक्रमण से 482 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों की संख्या भारत मे बढ़कर 20,642 हो गई है।

विश्व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने बढ़ती भयावहता को लेकर चिंता जाहिर की है

चेतावनी जारी करते हुए WHO कहा है कि कोरोनावायरस ज्‍यादा खतरनाक फेज में पहुंच चुका है। डायरेक्‍टर टेड्रोस अधानोम गेब्रेयेसस कहते हैं, हम नए और बेहद खतरनाक चरण में पहुंच चुके हैं। वर्ष 1918 में फैले स्‍पेनिश फ्लू से करते हुए कहा कि स्‍पेनिश फ्लू भी एक के बाद एक तीन बार लौटी थी। टेड्रोस ने आगे कहा कि जैसे ही लोग असावधान होंगे, कोरोना का कहर और तेजी से बढ़ेगा।

WHO ने माना कि अब हवा में ही फैल रहा कोरोना?

32 देशों के 239 वैज्ञानिकों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को लिखे एक पत्र में बताया था कि कोरोना एक एयरबॉर्न वायरस है, जो हवा में भी फैल सकता है। वैज्ञानिकों ने कुछ साक्ष्यों पर भी प्रकाश डाला है, जो बताते हैं कि वायरस के नन्हे पार्टिकल्स हवा में रहकर लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। WHO ने भी तथ्यों पर आधारित रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है। WHO में कोविड-19 महामारी से जुड़ी टेक्निकल लीड डॉक्टर मारिया वा करखोव ने कहा कि भीड़-भाड़ वाली सार्वजनिक जगहों और बंद जगहों पर हवा के जरिए वायरस के फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।

अधिकाधिक टेस्टिंग भारत में नए मामलों की संख्या बढ़ी है

Covid-19 के नए केसेज के पीछे भारत की बढ़ी हुई टेस्टिंग क्षमता कही जा रही है। वर्तमान में भारत में हर दिन ढाई लाख से अधिक लोगों की टेस्टिंग हो रही है। प्रति दिन भारत रोजाना किए जा रहे टेस्‍ट्स की संख्‍या में तेजी से इजाफा हुआ है और अब यह संख्‍या प्रतिदिन के हिसाब से हो रही टेस्टिंग एक लाख के पार हो गई है। कहा जाता है कि कांटेक्ट ट्रेसिंग को रोकने और संक्रमण को रोकने के लिए ज्‍यादा टेस्टिंग जरूरी है। यह कई देशों द्वारा किए गए नतीजों से साबित भी हो चुका है कि टेस्टिंग बढ़ने से केसेज अधिक संख्या में सामने आएंगे।

टेस्टिंग में वृद्धि के जरिए कई देशों ने कोरोना निंयत्रण पाने में सफलता पाई

टेस्टिंग में वृद्धि के जरिए कई देशों ने वर्तमान में कोरोनावायरस पर निंयत्रण पाने में सफलता पाई है। इनमें एशियाई देश चीन, जापान और दक्षिण कोरिया और दक्षिण एशियाई देश सिंगापुर शामिल हैं, जहां टेस्टिंग ही वह प्रमुख टूल था, जिसके जरिए कोरोना के नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कमोबेश यही फार्मूला यूरोपीय देशों और अमेरिका में भी अमल में लाकर काफी हद तक कोरोना को कंट्रोल किया हुआ है।

क्या भारत कम्युनिटी ट्रांसमिशन की ओर बढ़ सकता है?

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्ष वर्धन ने फिलहाल भारत में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन से इनकार किया है, लेकिन हमारी यह जिम्मेदारी है कि अगर संपर्क में आया कोई व्यक्ति अगर कोरोना संक्रमति अथवा संदिग्ध लगता है, तो उसके बारें स्थानीय प्रशासन को सूचित जरूर करें। इससे न केवल अमुक व्यक्ति बल्कि उसका परिवार और आस-पड़ोस में संक्रमण को फैलने से बचाया जा सकता है। प्रशासन और सरकारें उसकी पहचान आसानी से कर सकेंगे और कांटैक्ट ट्रैंसिंग के जरिए उसके संपर्क में आए लोगों का भी नमूना लेकर कम्युनिटी ट्रांसमिशन को रोकने में कामयाब हो सकते हैं।


STF की गाड़ी पलटने पर विकास दुबे ने हथियार लेकर भागने की कोशिश की, मुठभेड़ में मारे जाने की खबर


8 पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे को कानपुर ला रही STF टीम की गाड़ी पलट गई। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने पुलिसकर्मियों से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और वह मुठभेड़ में मारा गया है। हालांकि, अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

गाड़ी में मौजूद एसटीएफ के दो कर्मचारी भी घायल हुए हैं। घायलों को हैलेट अस्पताल पहुंचाया गया है। विकास दुबे को भी अस्पताल लागाय गया है। वह जिंदा है या मारा जा चुका है अभी पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। बताया जा रहा है कि जिस गाड़ी में विकास दुबे वह गाड़ी कानपुर में एंट्री करते ही पलट गई।

इस गाड़ी में एसटीएफ के जवान मौजूद थे। इस हादसे में सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया।


इससे पहले गुरुवार को दुबे का साथ प्रभात भी इसी तरह भागने की कोशिश के दौरान मारा गया था। दुबे कई और साथी भी एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं।

आपको बता दें कि विकास दुबे को गुरुवार सुबह उज्जैन (मध्य प्रदेश) में पुलिस ने गिरफ्तार किया। सात दिन की तलाश के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद एमपी की पुलिस ने विकास दुबे को उज्जैन कोर्ट में पेश कर देर शाम यूपी एसटीएफ की टीम को सौंप दिया था।


Thursday, July 9, 2020

शाम पांच बजे से पूरी तरह पूर्णबंदी लागू करने का फैसला किया है। पूर्णबंदी को एक सप्ताह तक लागू किया जाएगा


पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण और इससे होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ममता सरकार ने कंटेनमेंट एवं बफर जोनों में गुरुवार शाम पांच बजे से पूरी तरह पूर्णबंदी लागू करने का फैसला किया है। पूर्णबंदी को एक सप्ताह तक लागू किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर इसे बढ़ाया भी जा सकता है। कोलकाता शहर में 33 कंटेनमेंट जोन हैं।

इनमें उल्टाडांगा, फूलबगान, कांकुरगाछी, हुडको, बेलियाघाट, भवानीपुर, अलीपुर, विजयगढ़, जादवपुर, न्यू अलीपुर, कस्बा, मुकुंदपुर और अजयनगर शामिल हैं। उत्तरी 24 परगना जिले में विधाननगर नगर निगम के तहत राजारहाट, स्वरूपनगर और हस्नाबाद,वनगांव, दमदम, हाबरा, हलीशहर, बैरकपुर, बर्सात और बशीरहाट समेत कुल 219 कंटेनमेंट जोन हैं।

इसके अलावा दक्षिण 24 परगना जिले में 155 कंटेनमेंट जोन हैं। राज्य सरकार ने कोरोना प्रसार को रोकने के लिए कानून लागू करने वाली सभी एजेंसियों को लॉकडाउन कंटेनमेंट नीतियों तथा दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने को कहा है।

कोलकाता, हावड़ा तथा उत्तरी 24 परगना और अन्य प्रभावित जिलों में आज शाम पांच बजे से लागू हो जाएगा। राज्य के गृह सचिव ए बंदोपाध्याय ने सभी जिलाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों तथा नगर निगमों को संपूर्ण लाकडाउन का पालन कराने का निर्देश दिया। इस दौरान इन क्षेत्रों में जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी प्रकार की गतिविधियां बंद रहेगी। सरकारी और प्राइवेट सभी ऑफिस, शॉपिंग मॉल, बाजार, दुकानें, औद्योगिक इकाइयां आदि सम्पूर्ण रूप से बन्द रहेंगे। परिवहन सेवा भी पूरी तरह बन्द रहेगी। सिर्फ अत्यावश्यक दुकानें खुलेंगी, बाकी सभी दुकान और बाजार भी बंद रहेंगे।

राज्य सरकार ने सभी कंटेनमेंट जोन में पुलिस प्रशासन को सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराने का निर्देश दिया है। इसके साथ राज्य सरकार ने कंटेनमेंट जोन की अपनी परिभाषा में भी बदलाव किया है। कंटेनमेंट जोन को पहले तीन भागों में विभाजित किया गया था जिसमें अफेक्टेड जोन, बफर जोन व क्लीन जोन था। अब इसे मिलाकर सिर्फ कंटेनमेंट जोन कर दिया गया है। सभी कंटेनमेंट जोन में गैर जरूरी गतिविधियों की नौ जुलाई से इजाजत नहीं होगी। दरअसल ये सभी कंटेनमेंट जोन राज्य के 10 जिलों में हैं, जिसमें कोलकाता, हावड़ा, उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, हुगली, मालदा, उत्तर दक्षिण दिनाजपुर, अलीपुरद्वार आदि शामिल है। गौरतलब है कि बंगाल में 986 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बुधवार को 24823 पहुंच गयी तथा मृतकों की संख्या 827 हो गयी।

वह स्वंय चिल्लाकर कहता है कि मै ही वह गैंगस्टर हूँ


एक गैंगस्टर अंधाधुंध गोलियां बरसाकर यूपी पुलिस के आठ पुलिसवालों की जान लेने के बाद भाग निकलता है और छह दिन तक पुलिस को छकाता रहता है पुलिस उसे नहीं पकड़ पाती। गैंगस्टर शुरुआत के दो दिन कानपुर के शिवली में ही था पुलिस उसे नहीं पकड़ पाती।
दो दिन गैंगस्टर फरीदाबाद में एक रिश्तेदार के घर में था, उस घर से चार पिस्तौल मिलीं। इनमें से दो यूपी पुलिस से लूटी गई थीं। यहां भी पुलिस देर से पुहंचती है पुलिस उसे नहीं पकड़ पाती। फिर गैंगस्टर फरीदाबाद, के होटल के बाहर दिखाई देता है पुलिस उसे नहीं पकड़ पाती।
पुलिस उसे फरीदाबाद, गुड़गांव में ढूंढती रही, लेकिन वह तमाम राज्यों और जिलों की बॉर्डर क्रॉस करता हुआ उज्जैन आ जाता है और महाकाल मंदिर में एमपी पुलिस के सामने सरेंडर कर देता है पुलिस उसे नहीं पकड़ पाती।
वह स्वंय चिल्लाकर कहता है कि मै ही वह गैंगस्टर हूँ
वाह वाह क्या पुलिस है ?
क्या गजब के गृह मंत्री है ?
क्या गजब के मुख्यमंत्री है ?
क्या गजब का रामराज्य है ?
क्या गजब का बिका हुआ मीडिया है ?
जो ऐसी निकम्मी सरकारों पर एक बार ऊँगली उठाकर सवाल नहीं पूछता

विकास दर्शन करने के लिए मंदिर के अंदर पहुँचे. इस दौरान सिक्यॉरिटी गार्ड को शक हो चुका था


उसके बाद विकास दर्शन करने के लिए मंदिर के अंदर पहुँचे. इस दौरान सिक्यॉरिटी गार्ड को शक हो चुका था और पुलिस को भी सूचना दे दी गई थी.

जब विकास दुबे बाहर निकले तो पुलिस आ चुकी थी और उन्हें हिरासत में ले लिया गया. विकास के दो साथियों बिट्टू और सुरेश को भी गिरफ़्तार किया गया है लेकिन अभी तक उनके बारे में ज़्यादा नहीं बताया गया है.

पर्ची में नाम विकास दुबे ही लिखवाया गया. विकास के पास एक बैग था. वो मंदिर के सामने प्रसाद की एक दुकान पर भी गए. विकास अपना बैग कहीं रखना चाहते थे. एक व्यक्ति से विकास ने बैग रखने की जगह भी पूछी.

पुलिस के एक अधिकारी का दावा है कि उज्जैन में आकर महाकाल मंदिर में जाने की वजह यह थी कि विकास पुलिस के साथ मुठभेड़ से बचना चाहते थे.

वहीं यह भी जानकारी मिली है कि वो मंदिर परिसर में सुबह काफ़ी देर तक घूमते रहे.

यूपी के कानपुर में आठ पुलिसवालों की हत्या करने वाले मुख्य आरोपी विकास दुबे को आज मध्यप्रदेश में उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया है. विकास महाकाल मंदिर में पुजा करने के लिए आया था, तभी उसे मंदिर के सिक्योरिटी गार्ड ने देख लिया और पुलिस को सूचना दे दी. इससे पहले आज सुबह विकास दुबे के दो साथी प्रभात मिश्रा और रणबीर को पुलिस ने ढेर कर दिया.

उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसवालों की हत्या के अभियुक्त विकास दुबे को आख़िरकार मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ़्तार कर लिया गया. विकास दुबे की गिरफ़्तारी कानपुर में हुए गोलीकांड के सात दिन बाद हो पाई है.

उज्जैन से आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़, विकास दुबे ने गुरुवार सुबह महाकालेश्वर मंदिर पहुँचकर 250 रुपए की वीआईपी पर्ची कटवाई थी.

देश में पिछले 24 घंटों में पहली बार करीब 25 हजार नए मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 7 लाख 67 हजार 297 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 21 हजार 129 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि चार लाख 76 हजार लोग ठीक भी हुए हैं. पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 24 हजार 879 नए मामले सामने आए और 487 मौतें हुईं.

देश के 8 राज्यों में कोरोना के 90 प्रतिशत सक्रिय मामले, मंत्रियों के समूह ने दी जानकारी

नई दिल्ली, पीटीआई। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक और तेलंगाना सहित आठ राज्यों में, देश में सक्रिय कोरोना वायरस (COVID-19) मामलों में लगभग 90 प्रतिशत और 49 जिलों से 80 प्रतिशत सक्रिय मामले सामने आए हैं। इसकी जानकारी मंत्रियों का समूह (GoM) ने गुरुवार को कोरोना वायरस (COVID-19) पर सूचित किया।

इसके अलावा, GoM को बताया गया था कि छह राज्यों- महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस (COVID-19) और 32 जिलों में हुई मौतों का 86 प्रतिशत है और 80 प्रतिशत मौतों का हिस्सा जिलों में है।

मंत्रालय ने कहा कि GoM ने गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की अध्यक्षता में अपनी 18 वीं बैठक की, जिसमें बताया गया कि उच्च COVID-19 घातक दर दिखाने वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया था


Wednesday, July 8, 2020

सूरमा भोपाली के नाम से मशहूर बॉलीवुड हास्‍य अभिनेता Jagdeep का निधन, आज मुंबई में सुपुर्दे खाक किया जाएगा


दिग्गज अभिनेता और बॉलीवुड के पसंदीदा हास्य अभिनेता सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी, जिन्हें उनके मंच नाम जगदीप से बेहतर जाना जाता है, उन्होंने बुधवार, 8 जुलाई को अंतिम सांस ली। वह 81 वर्ष के थे।

जगदीप का निधन 8 जुलाई को रात 8:40 बजे उनके निवास पर आयु संबंधी मुद्दों के कारण हुआ।

जगदीप 70 और 80 के दशक और यहां तक कि 90 के दशक के दौरान कई बड़ी बॉलीवुड फिल्मों का हिस्सा रहे थे। वह अपने करियर में 400 से अधिक फिल्मों का हिस्सा रहे हैं। वह अपनी त्रुटिहीन कॉमिक टाइमिंग और इलेक्ट्रिक स्क्रीन उपस्थिति के लिए जाने जाते थे।

उन्होंने शोले (1975) में सोरमा भोपाली की भूमिका निभाई, और 1988 में सोरमा भोपाली नाम की एक फिल्म का निर्देशन किया। उन्होंने फिल्म में टाइटुलर भूमिका भी निभाई। इसके अलावा, उन्हें अंदाज़ अपना अपना, ब्रह्मचारी, नागिन जैसी फ़िल्मों में भी देखा गया था।

जगदीप का जन्म 29 मार्च 1939 को हुआ था। 

जगदीप की मौत की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए, अजय देवगन ने ट्वीट किया, "जगदीप साब के निधन की दुखद खबर सुनी। 

हमेशा उन्हें स्क्रीन पर देखने का आनंद लिया। उन्होंने दर्शकों को बहुत आनंद दिया। जावेद और परिवार के सभी सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।" जगदीप साब की आत्मा (प्रार्थना) के लिए प्रार्थना। ”