Monday, June 29, 2020

चिड़ावा की अध्यापिका की कार डूबी, मां-बेटी की मौत




चिड़ावा.राजस्थान के झुंझुनूं जिले के बृजलालपुरा गांव की मां-बेटी की श्रीगंगानगर में नहर में डूबने से मौत हो गई। जिनका शनिवार को मृतका के ससुराल बृजलालपुरा गांव में अंतिम संस्कार किया गया। 
श्रीगंगानगर के घमूड़वाली थाना प्रभारी करतार सिंह ने बताया की गांव जीवनदेसर के राजकीय विद्यालय की अध्यापिका संतोष (27) का पीहर बींझबायला में तथा ससुराल चिड़ावा तहसील के बृजलालपुरा गांव में है। शुक्रवार दोपहर को अध्यापिका संतोष जीवनदेसर स्कूल में ड्यूटी करके दोपहर को अपनी कार से बेटी हवीसा (7 साल) व डेढ़ वर्षीय बेटे नंदी के साथ घर वापस बींझबायला आ रही थी। कार को संतोष ही चला रही थी। जब वह लाडूवाली-हुणतपुरा के पास गंगनहर की घोडापुली पर पहुंची तो कार अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी। यह देखकर वहां आस-पास के लोग एकत्र हो गए। लोगों ने अध्यापिका संतोष व उसके डेढ़ वर्षीय पुत्र नंदी को आगे की खिड़की खोलकर बाहर निकाला। बच्ची हवीसा लोगों को नहीं मिली। मामले की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। पुलिस ने पहुंचकर ग्रामीणों के सहयोग से कार को नहर से बाहर निकलवाया। जहां कार की पीछे की सीट पर बच्ची अचेत अवस्था मिली। पुलिस ने महिला व उसके दोनों बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घमूड़वाली पहुंचाया। जहां से तीनों को गंभीर हालत में राजकीय चिकित्सालय रैफर कर दिया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान मां व बेटी ने दम तोड़ दिया। बालक नंदी का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना मिलने के बाद पीहर पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंचे।

बेटी को पहली बार स्कूल लाई थी

अध्यापक सोमदत्त के अनुसार संतोष अपने पीहर बींझबायला से जीवनदेसर के सरकारी स्कूल में प्रतिदिन कार में ड्यूटी पर आती थी। साथ में उसका डेढ़ वर्षीय पुत्र नंदी भी होता था। लेकिन हादसे के दिन वह अपनी सात वर्षीय बेटी को भी स्कूल में लेकर आई थी। जो कि बेटी का स्कूल में पहला और आखिरी दिन साबित हुआ।

बेटी ने मना किया था इस रास्ते से नहीं चलना

स्कूल के अन्य अध्यापकों ने बताया कि संतोष कह रही थी कि उसकी कार नहर में गिरते-गिरते बची है। कार नहर से निकाली सिल्ट में फंस गईथी। उसी समय उसकी बच्ची ने कहा था कि मम्मी हम दूसरे रास्ते से जाएंगे। इस रास्ते से नहीं चलेंगे। इस रास्ते में मुझे डर लग रहा है। दूसरा रास्ता करीब चार किमी दूर पड़ता है।

एक चिता पर मां-बेटी का अंतिम संस्कार-

श्रीगंगानगर जिले में मां-बेटी की मौत के बाद शनिवार को बृजलालपुरा गांव में अंतिम संस्कार किया गया। दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार होते देख हर किसी की आंखें नम हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि मृतका का पति योगेश एयरफोर्स में कार्यरत है। योगेश और संतोष की शादी करीब दस साल पहली हुई थी। अध्यापिका संतोष 22 जून को ही बृजलालपुरा से पीहर बींझबायला गई थी।

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